आज के डिजिटल युग में फ्रीलांस ऑटोमेशन (Freelance Automation) और इनकम बढ़ाने वाले ऐप्स छोटे व्यवसायों, फ्रीलांसरों, छात्रों और गृहिणियों के लिए नए अवसर लेकर आए हैं। ऑटोमेशन टूल्स की मदद से रोज़मर्रा के दोहराव वाले काम अपने आप पूरे हो जाते हैं, जिससे समय की बचत होती है और आप अपनी ऊर्जा नए प्रोजेक्ट्स या सीखने पर लगा सकते हैं। उदाहरण के लिए, यह साबित हो चुका है कि ऑटोमेशन प्रक्रियाओं को आधुनिक बनाकर श्रमिकों का कीमती समय बचाता है। इसी तरह, छोटे व्यवसायी या फ्रीलांसर भी ऑटोमेशन टूल्स से अपने नियमित कार्य कम करके अपनी इनकम बढ़ा सकते हैं।
ऑटोमेशन टेक्नोलॉजी के महत्व को Invest India में भी रेखांकित किया गया है। According to Invest India डिजिटल तकनीक अपनाने से व्यवसायों की उत्पादकता बढ़ती है। इसलिए अब समय है कि हम भी इन आसान ऑटोमेशन टूल्स को अपनाकर अपने काम को स्मार्ट बनाएं। आइए जानते हैं 10 ऐसे खास टूल्स के बारे में जो आपकी इनकम तेजी से बढ़ाने में मददगार साबित हो सकते हैं:
1. Zapier (ज़ैपियर)
Zapier एक शक्तिशाली क्लाउड-आधारित ऑटोमेशन टूल है, जो विभिन्न ऐप्स और सर्विसेज को जोड़कर काम को स्वचालित कर देता है। आप Zapier के माध्यम से ईमेल, स्प्रेडशीट, सोशल मीडिया और अन्य ऐप्स के बीच वर्कफ़्लो (Workflows) बना सकते हैं। उदाहरण के लिए, जैसे ही कोई नया ईमेल आता है, Zapier उसे ऑटोमेटिकली Google Sheets में दर्ज कर सकता है या नई सोशल मीडिया पोस्ट को अपने आप Facebook पर शेयर कर सकता है। इससे रिपीट होने वाले कार्य अपने आप हो जाते हैं और आप अपने महत्वपूर्ण व्यावसायिक कामों पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। यह टूल खासकर फ्रीलांसर, डिजिटल मार्केटर, सोशल मीडिया मैनेजर और छोटे व्यवसायी के लिए उपयोगी है, क्योंकि ये लोग लगातार कई प्लेटफॉर्म पर काम करते हैं।
मुख्य विशेषताएं:
- 3000+ ऐप्स सपोर्ट: Zapier 3,000 से भी अधिक लोकप्रिय ऐप्स को सपोर्ट करता है, जिससे आप लगभग किसी भी दो ऐप्स को जोड़ सकते हैं।
- ट्रिगर-एक्शन वर्कफ़्लो: आप सरल “अगर यह हुआ तो वो करें” लॉजिक से अपने ऑटोमेशन सेट कर सकते हैं।
- मल्टी-स्टेप ऑटोमेशन: ज़्यादा जटिल कामों के लिए मल्टी-स्टेप वर्कफ़्लो बनाए जा सकते हैं।
- समय की बचत: रिपीट होने वाले काम ऑटोमेट होने से दिन भर के कई घंटे बच सकते हैं।
इन खूबियों की वजह से Zapier आपको रोज़ाना के कामों में मदद करके आपकी इनकम बढ़ाने में अप्रत्यक्ष रूप से सहायता करता है—क्योंकि आप एक जैसा काम बार-बार करने के बजाय नए प्रोजेक्ट्स पर ध्यान दे पाएंगे।
2. IFTTT (इफ़्टिफ़्ट)
IFTTT (If This Then That) एक और लोकप्रिय ऑटोमेशन टूल है जो 600+ ऐप्स और डिवाइस को कनेक्ट कर सकता है। इसमें ‘Applets’ कहलाने वाले छोटे-छोटे वर्कफ़्लो होते हैं। उदाहरण के लिए, आप एक Applet बना सकते हैं: “अगर मौसम ऐप में बारिश की सूचना आई, तो मुझे SMS भेज दो।” इस तरह के सिंपल ट्रिगर-एक्शन नियम द्वारा आप अपने दैनिक कामों को ऑटोमेट कर सकते हैं। IFTTT का इंटरफ़ेस बहुत आसान है, आपको बिना किसी तकनीकी ज्ञान के भी अपने खुद के कस्टम ऑटोमेशन बनाने की सुविधा देता है।
कौन उपयोग कर सकता है: सोशल मीडिया यूजर्स, स्मार्ट होम उपयोगकर्ता, और सामान्य इंटरनेट यूज़र जो कोडिंग नहीं जानते, आसानी से इसका फायदा उठा सकते हैं।
कैसे मदद करता है इनकम बढ़ाने में: IFTTT से आप अपनी सोशल मीडिया पोस्ट, कैलेंडर इवेंट, रिमाइंडर आदि ऑटोमेट कर सकते हैं। इससे आपका काम आसान होता है और आप अपने प्रोडक्टिविटी बढ़ा कर अपनी सेवाओं या प्रोडक्ट की मार्केटिंग पर फोकस कर सकते हैं, जिससे बिक्री और इनकम बढ़ती है।
3. Canva (कैनवा)
Canva एक आसान और लोकप्रिय ग्राफ़िक डिज़ाइन टूल है, जो मुफ्त और प्रीमियम टेम्पलेट्स की सहायता से पेशेवर दिखने वाले इमेज, पोस्टर, प्रेजेंटेशन, सोशल मीडिया ग्राफिक्स आदि बनाने में मदद करता है। इसमें ड्रैग-एंड-ड्रॉप इंटरफ़ेस है, इसलिए बिना किसी डिजाइनिंग एक्सपीरियंस के भी शानदार विज़ुअल तैयार कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, किसी प्रमोशन के लिए सुंदर पोस्टर या फेसबुक पोस्ट बनाना अब मिनटों में हो जाता है।
कौन उपयोग कर सकता है: फ्रीलांसर कंटेंट क्रिएटर्स, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स, ब्लॉगर्स, छोटे व्यवसायी और विद्यार्थी – हर कोई इसका इस्तेमाल कर सकता है।
कैसे मदद करता है इनकम बढ़ाने में: कैनवा से आप जल्दी आकर्षक मार्केटिंग सामग्री बना पाएंगे, जिससे आपके पोस्ट अधिक लोगों तक पहुंचेगी। बेहतर प्रस्तुतियाँ बनाने से क्लाइंट्स और ग्राहकों पर प्रभाव पड़ेगा। इससे आपके ब्रांड या सेवाओं की पहुंच बढ़ेगी, सील्स बढ़ाने में मदद मिलेगी, और अंततः आपकी इनकम बढ़ेगी।
4. Hootsuite (हूटसूइट)
Hootsuite एक सोशल मीडिया मैनेजमेंट टूल है, जो आपके सारे सोशल अकाउंट्स (जैसे Facebook, Instagram, Twitter, LinkedIn) को एक ही डैशबोर्ड पर मैनेज करने की सुविधा देता है। आप इस पर कंटेंट कैलेंडर बना कर भविष्य की पोस्ट शेड्यूल कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, एक बार टूल में सभी पोस्ट सेट कर दें और Hootsuite आपकी ओर से उन तारीख़ों पर पोस्ट कर देगा।
कौन उपयोग कर सकता है: सोशल मीडिया मैनेजर, डिजिटल मार्केटर, और छोटे व्यवसायी जो नियमित रूप से पोस्ट करके अपने प्रोडक्ट या सर्विस की मार्केटिंग करना चाहते हैं।
कैसे मदद करता है इनकम बढ़ाने में: Hootsuite की मदद से आपको हर दिन मैन्युअल रूप से पोस्ट नहीं डालना पड़ेगा। इससे आपका समय बचेगा और पोस्टिंग की सुसंगतता बढ़ेगी, जिससे आपके सोशल मीडिया पर फ्लो बढ़ेगा। बढ़ी हुई ऑनलाइन उपस्थिति के कारण आपके व्यापार या ब्रांड को अधिक ग्राहक मिलेंगे, जिससे बिक्री और इनकम बढ़ेगी।
5. Mailchimp (मेलचिम्प)
Mailchimp एक प्रसिद्ध ईमेल मार्केटिंग प्लेटफ़ॉर्म है जो न्यूज़लेटर्स और ईमेल ऑटोमेशन के लिए जाना जाता है। इसके माध्यम से आप आसानी से ईमेल लिस्ट बना सकते हैं और ऑटोमेटेड ईमेल सीक्वेंस भेज सकते हैं। उदाहरण के लिए, जब भी कोई नया ग्राहक साइन अप करे, तब उसके लिए वेलकम मेल अपने आप भेजना एक आसान फीचर है।
कौन उपयोग कर सकता है: ब्लॉगर्स, ई-कॉमर्स स्टोर मालिक, ऑनलाइन कोर्स बेचने वाले और दूसरे जो अपने ग्राहकों से ईमेल पर जुड़ने के जरिए सेवाएं/प्रोडक्ट प्रमोट करना चाहते हैं।
कैसे मदद करता है इनकम बढ़ाने में: Mailchimp से आप प्रमोशनल ईमेल, ऑफ़र, या न्यूज़लेटर्स ऑटोमेट करके समय बचा सकते हैं। सही समय पर सही लोगों को संदेश भेजकर ग्राहक एंगेजमेंट बढ़ सकता है। इसके अलावा, Mailchimp के एनालिटिक्स से आप देख सकते हैं कि कौन से ईमेल कैम्पेन सबसे ज़्यादा कन्वर्ट हो रहे हैं, और उन्हें दोबारा उसी तरीके से चला कर आय बढ़ा सकते हैं।
6. गूगल वर्कस्पेस ऑटोमेशन (Google Workspace)
Google Workspace (जिसमें Gmail, Google Sheets, Google Calendar आदि शामिल हैं) अपने आप में ही मुफ्त और कारगर टूल्स का समूह है। इन प्लेटफ़ॉर्म्स में ऑटोमेशन फीचर्स हैं:
- Gmail फ़िल्टर और टेम्पलेट: आप Gmail में Filters सेट कर सकते हैं ताकि किसी खास ईमेल को अपने आप स्पैम में भेज दिया जाए या किसी लेबल के तहत रखा जाए। साथ ही, Canned Responses (जिन्हें Gmail टेम्पलेट कहा जाता है) से आप सामान्य जवाब एक बार बनाकर बाद में हर जगह इस्तेमाल कर सकते हैं।
- Google Sheets और Apps Script: स्प्रेडशीट में कस्टम फॉर्मूला और Google Apps Script से आप रिपोर्ट जनरेट या डेटा प्रोसेसिंग को ऑटोमेट कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, जब भी कोई नई सेल लॉग हो, तो यह स्वचालित ईमेल भेज सकता है।
- Google Calendar: मीटिंग्स और रिमाइंडर्स को ऑटोमेटेड रूप से मैनेज करने के लिए Google Calendar का उपयोग करें। किसी ग्राहक मीटिंग को आसानी से शेड्यूल करके कैलेंडर रिस्पॉन्स ऑटोमेट की जा सकती है।
कौन उपयोग कर सकता है: लगभग हर कोई जो Gmail/Google अकाउंट इस्तेमाल करता है – जैसे विद्यार्थी, कर्मचारी, फ्रीलांसर, शिक्षक आदि।
कैसे मदद करता है इनकम बढ़ाने में: ये सभी मुफ्त टूल हैं जो आपके रोजमर्रा के काम को तेज़ी से पूरा करते हैं। उदाहरण के लिए, Gmail फ़िल्टर और टेम्पलेट से रिपीट होने वाले ईमेल जवाब ऑटोमेट हो जाएंगे, Sheets स्क्रिप्ट से रिपोर्ट अपने आप बन जाएंगी, और Calendar से मीटिंग प्लानिंग आसान हो जाएगी। समय की बचत होने से आप नए क्लाइंट जोड़ने या अतिरिक्त प्रोजेक्ट्स पर ध्यान दे सकते हैं, जिससे इधर-उधर काम करने में लगे समय को इंक्रीज़ इनकम में बदला जा सके।
7. Trello (ट्रेलो)
Trello एक लोकप्रिय प्रोजेक्ट मैनेजमेंट टूल है जिसमें Kanban-स्टाइल बोर्ड का इस्तेमाल होता है। Trello में आप वर्चुअल बोर्ड बना सकते हैं और उन पर कई सूचियाँ (जैसे “To-Do”, “In Progress”, “Completed”) बना सकते हैं। हर सूची में कई कार्ड (task) होते हैं जिनमें आप ज्वाइंट चेकलिस्ट, ड्यू डेट, लेबल, अटैचमेंट आदि जोड़ सकते हैं। Trello की ख़ासियत है इसकी लचीली डिजाइन: आप हर क्लाइंट या प्रोजेक्ट के लिए अलग बोर्ड बना सकते हैं और उन्हें आसानी से मैनेज कर सकते हैं।
मुख्य विशेषताएं: Trello Google Drive, Slack, Dropbox आदि के साथ सहज इंटीग्रेट हो सकता है, जिससे आपका सारा वर्कफ़्लो एक जगह मैनेज हो जाता है। Trello के ‘Power-Ups’ फीचर से आप अपने बोर्ड में कैलेंडर व्यू, टाइम-ट्रैकिंग, ऑटोमेशन जैसे एडवांस फीचर्स जोड़ सकते हैं।
कौन उपयोग कर सकता है: फ्रीलांसर, स्टार्टअप टीम, छोटे व्यवसाय, या यहाँ तक कि छात्र भी इसका इस्तेमाल करके अपने प्रोजेक्ट्स और टू-डू लिस्ट को मैनेज कर सकते हैं।
कैसे मदद करता है इनकम बढ़ाने में: Trello पर काम ठोस तरीके से ऑर्गनाइज़ होने से डेडलाइन मिस होने की संभावना कम होती है, प्रोजेक्ट्स समय पर पूरे होते हैं। इससे क्लाइंट भरोसा बढ़ता है और नए ऑर्डर्स मिल सकते हैं। साथ ही टीम मेंटेनेंस आसान होने से आप एक से अधिक प्रोजेक्ट एक साथ संभाल सकते हैं, जिससे आपकी कमाई बढ़ सकती है।
8. ManyChat (मनीचैट)
ManyChat एक चैटबोट प्लेटफ़ॉर्म है, जो मुख्य रूप से Facebook Messenger के लिए इस्तेमाल होता है। आप ManyChat से बिना कोडिंग के खुद का चैटबोट बना सकते हैं। उदाहरण के लिए, जब कोई ग्राहक आपकी Facebook पेज पर मैसेज भेजता है, तो ManyChat Bot उसे स्वागत संदेश, FAQ या प्रोडक्ट लिस्ट भेज सकता है। आप अपने बॉट को यूज़र से जानकारी इकट्ठा करने के लिए इंटरैक्टिव मैसेज जैसे क्विज़, इमेज कैरोसेल आदि भी भेजवा सकते हैं।
कौन उपयोग कर सकता है: E-commerce व्यापारी, ऑनलाइन सर्विस प्रोवाइडर, और सोशल मीडिया बिज़नेस जो अपने कस्टमर सपोर्ट या लीड जनरेशन को ऑटोमेट करना चाहते हैं।
कैसे मदद करता है इनकम बढ़ाने में: ManyChat चैटबोट से 24/7 कस्टमर एंगेजमेंट संभव है। ग्राहक सवालों के जवाब तुरंत मिलते हैं, जिससे वो खरीदारी के लिए प्रेरित होते हैं। अपने प्रोडक्ट्स की जानकारी और स्पेशल ऑफ़र भी चैटबोट द्वारा भेजे जा सकते हैं। इससे आपकी बिक्री बढ़ सकती है और हेल्पडेस्क पर खर्च होने वाला समय बचता है।
9. QuickBooks Online (क्विकबुक्स ऑनलाइन)
QuickBooks Online एक क्लाउड-आधारित अकाउंटिंग और इनवॉइसिंग टूल है जो खासकर छोटे व्यवसायों और फ्रीलांसरों के लिए बनाया गया है। इसके जरिए आप ऑटोमैटिक इनवॉइस, एक्सपेंस ट्रैकिंग, टैक्स कैलकुलेशन जैसे कार्य अपने आप कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, QuickBooks आपकी इनकम और खर्ची हुई राशियों की हिस्ट्री रखता है, बिल और रसीदें बना कर भेजता है, और मासिक रिपोर्ट तैयार करता है।
कौन उपयोग कर सकता है: फ्रीलांसर, कांट्रैक्टर्स, छोटे स्टार्टअप और यहां तक कि घरेलू उद्यमी भी इसे आराम से इस्तेमाल कर सकते हैं।
कैसे मदद करता है इनकम बढ़ाने में: QuickBooks से आपके वित्तीय रिकॉर्ड व्यवस्थित रहते हैं। समय रहते इनवॉइस भेजने पर आपको पेमेंट जल्दी मिलता है, और सही टैक्स कैलकुलेशन से जुर्माने से बचा जा सकता है। खर्चों का ऑटोमैटिक ट्रैक रखने से लागत कम करने के तरीके मिल सकते हैं। कुल मिलाकर, वित्तीय व्यवस्था सुधरने से बजट प्लानिंग बेहतर होती है और ये आपकी लाभप्रदता बढ़ाने में सहायक होता है।
10. Calendly (कैलेंडली)
Calendly एक मीटिंग शेड्यूलिंग टूल है। यदि आपको बार-बार क्लाइंट मीटिंग्स सेट करनी पड़ती हैं, तो Calendly आपके काम को आसान बना देता है। आप अपने कैलेंडर (Google Calendar, Outlook आदि) को Calendly से लिंक कर सकते हैं। इसके बाद बस अपनी उपलब्धता सेट करें, और एक शेड्यूल लिंक बनाएं। ग्राहक या कॉलैबोरेटर उस लिंक पर जाकर अपनी सुविधा के अनुसार मीटिंग बुक कर सकते हैं।
कौन उपयोग कर सकता है: कंसल्टेंट्स, फ्रीलांसर, ट्रेनर, ट्यूटर्स – कोई भी, जिसे अपने सक्षेत्र मीटिंग्स को ऑटोमेट करना हो।
कैसे मदद करता है इनकम बढ़ाने में: पहले मीटिंग टाइम फाइंड करने में बहुत ईमेल या कॉल की जरूरत होती थी, जो समय बर्बाद करता था। Calendly से यह प्रोसेस ऑटोमेट हो जाता है। क्लाइंट्स को तुरंत शेड्यूल मिल जाता है, और आप समय का अधिकतम उपयोग अपने नए प्रोजेक्ट्स या काम के लिए कर पाते हैं। इससे आपकी सेवाओं की पेशकश में सुविधा बढ़ती है और समय पर ज़्यादा मीटिंग करने से इनकम भी बढ़ती है।
निष्कर्ष
इन 10 आसान और शक्तिशाली ऑटोमेशन टूल्स की मदद से आप अपने समय की बचत करके अधिक उत्पादक बन सकते हैं। अपने काम की प्रकृति के हिसाब से इनमें से एक या दो टूल्स चुनकर इस्तेमाल शुरू करें। जैसे-जैसे आप इनके फीचर्स सीखेंगे, वैसे-वैसे और भी अधिक जटिल कार्य आसानी से ऑटोमेट करने लगेंगे। As highlighted by Startup India, डिजिटल टूल्स अपनाकर छोटे उद्यम तेज़ी से विकास कर सकते हैं। आज ही इन टूल्स को ट्राय करें, अपने दिनचर्या के रिपीट काम ऑटोमेट करें और अपनी इनकम बढ़ाने की दिशा में पहला कदम उठाएँ।
FAQs
ऑटोमेशन टूल्स क्या हैं और ये कैसे काम करते हैं?
ऑटोमेशन टूल्स वो डिजिटल ऐप्स हैं जो दोहराए जाने वाले कामों को अपने आप करने में मदद करते हैं। आप इन्हें विभिन्न ऐप्लिकेशन्स के बीच नियम सेट करके काम चलाने के लिए बता सकते हैं। जैसे, एक ईमेल आने पर अटैचमेंट को Google Drive में सेव करने जैसा कोई कार्य। ये टूल्स आपके लिए ट्रिगर-एक्शन लॉजिक चलाकर रिपीट टास्क ऑटोमेट कर देते हैं।
इनकम बढ़ाने वाले ऐप्स क्या होते हैं?
इनकम बढ़ाने वाले ऐप्स (Earning Apps) उन डिजिटल टूल्स को कहते हैं जो आपके काम को आसान बनाकर कमाई के अवसर बढ़ाते हैं। इनमें मार्केटिंग, डिज़ाइन, पेमैंट इत्यादि की सुविधा दे देने वाले ऐप्स शामिल हैं, जैसे ऊपर बताए गए Mailchimp, Hootsuite, Canva आदि।
फ्रीलांसर अपनी इनकम बढ़ाने के लिए इन टूल्स का कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं?
फ्रीलांसर इन टूल्स से अपना रोज़मर्रा का काम ऑटोमेट करके अधिक काम लेने में सक्षम हो जाते हैं। उदाहरण के लिए, Zapier या IFTTT से रिपीट ईमेल या डेटा एंट्री अपने आप हो जाएगी, Mailchimp से प्रोमोशन ईमेल भेजे जा सकते हैं, और Hootsuite से सोशल मीडिया पर पोस्ट टाइम से प्रकाशित हो जाएंगे। ये समय बचाने के साथ-साथ आपके काम की क्वालिटी भी बढ़ाते हैं, जिससे आपको ज़्यादा क्लाइंट्स मिल सकते हैं।
क्या ये टूल्स मुफ्त हैं या इनके लिए सब्सक्रिप्शन लेना पड़ता है?
अधिकतर टूल्स का फ्री बेसिक प्लान उपलब्ध होता है। जैसे Zapier, IFTTT, Canva, Trello, और Calendly जैसे ऐप्स फ्री में सीमित फीचर्स के साथ मिलते हैं। Mailchimp, Hootsuite आदि भी फ्री प्लान देती हैं (सब्सक्राइबर्स या अकाउंट लिमिट पर)। बड़े पैमाने पर काम के लिए इनका पेमेंट वर्ज़न लेना पड़ता है, लेकिन शुरुआत के लिए फ्री वर्ज़न काफी काम करते हैं।
कौन से सबसे अच्छे मुफ्त ऑटोमेशन ऐप्स हैं?
शिखर पर Zapier, IFTTT, Trello, Google Workspace (Gmail, Sheets), और Canva आते हैं, क्योंकि ये सभी के लिए मुफ़्त बेसिक सुविधाएँ देते हैं। इनका उपयोग करके आप बिना निवेश के ही अपने प्रोसेस ऑटोमेट करना शुरू कर सकते हैं।
क्या इन टूल्स का उपयोग सिर्फ डिजिटल वर्क के लिए है?
नहीं, इन टूल्स का उपयोग आप ऑफलाइन कामों के ऑटोमेशन के लिए भी कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, Google Sheets में मांगी गई रिपोर्ट से घर पर कंप्यूटिंग का काम, या ManyChat से फोन पर सवालों के जवाब देना। हालांकि मूल रूप से ये डिजिटल प्रोडक्टिविटी के लिए हैं, लेकिन इनकी मदद से आपको ज़्यादा समय मिलेगा जो आप अन्य कामों में लगा सकते हैं।
ऑटोमेशन टूल्स उपयोग कैसे शुरू करें?
सबसे पहले अपने ज़रूरत का एनालिसिस करें कि कौन-सा काम ऑटोमेट करना है। फिर संबंधित टूल की वेबसाइट पर जा कर अकाउंट बनाएं (अक्सर गूगल या ईमेल से सहज रजिस्ट्रेशन होता है)। दिए गए गाइड या टेम्पलेट्स का उपयोग करें। उदाहरण के लिए, Zapier में “Create Zap” से वर्कफ़्लो बनाएँ, या Trello में एक नया बोर्ड बना कर ड्यू डेट सेट करें। शुरुआत में टूल के डेमो या यूट्यूब ट्यूटोरियल भी मददगार होते हैं।
छोटे व्यवसाय के लिए कौन से टूल्स उपयोगी हैं?
छोटे व्यवसाय के लिए सबसे उपयोगी टूल्स हैं Mailchimp (कस्टमर को ईमेल भेजने के लिए), Hootsuite (सोशल मीडिया पर मार्केटिंग के लिए), QuickBooks (अकाउंटिंग), और Zapier (विभिन्न ऐप्स जोड़ने के लिए)। Trello या Google Sheets भी छोटे व्यवसाय में प्रोजेक्ट मैनेजमेंट और डेटा ट्रैकिंग में बहुत काम आते हैं।
इन टूल्स से समय कैसे बचाया जा सकता है?
ये टूल्स रिपीट या मैन्युअल टास्क को अपने आप कर देते हैं। उदाहरण के लिए, IFTTT से आपकी फेसबुक या ट्विटर पोस्ट शेड्यूल हो सकती है, Zapier से नए ईमेल की सूचना ऑटोमेटिक नोटिफिकेशन बन सकती है, और Mailchimp से हर नए ग्राहक को वेलकम ईमेल भेजा जा सकता है। ऐसे हर कदम पर, आप समय बचाते हैं जो पहले मैन्युअल फॉलो-अप या डेटा एंट्री में जाता था।
ऑटोमेशन से साइड इनकम कैसे बन सकती है?
ऑटोमेशन टूल्स की मदद से आप अपना समय बचाकर साइड प्रोजेक्ट्स पर काम कर सकते हैं, जिससे अतिरिक्त इनकम की संभावना बढ़ जाती है। उदाहरण के लिए, ट्रेलो से अपनी सर्विसेज़ को संगठित रख कर अधिक क्लाइंट्स संभाल सकते हैं, Canva से सोशल मीडिया क्रिएटिव्स बनाकर क्लाइंट्स को बेच सकते हैं, या Chatbot से अपने प्रोडक्ट्स की सेल्स बढ़ा सकते हैं। समय की बचत और प्रोफेशनल आउटपुट आपको नए अवसर दिला सकते हैं।