स्टॉक मार्केट और क्रिप्टो करेंसी में क्या अंतर है ? Difference Between Stock Market and Cryptocurrency in hindi

स्टॉक मार्केट और क्रिप्टो करेंसी में क्या अंतर है ? What is the Difference Between Stock Market and Cryptocurrency and which is better

क्या शेयर मार्केट के बजाय बिटकॉइन, इथेरियम, रिप्पल और डोजी कॉइन जैसी क्रिप्टो करेंसी में निवेश करना बेहतर है ? क्या शेयर मार्केट की तरह क्रिप्टो करेंसी पर भी किसी सरकार या रेगुलेटिंग ऑथोरिटी का नियंत्रण होता है क्या Real life में Cryptocurrency का कोई उपयोग है और फ्यूचर में इसका क्या स्कोप है

अगर क्रिप्टो करेंसी और स्टॉक मार्केट को लेकर आपके मन में भी ऐसे काफी सारे सवाल है तो ये पूरा पोस्ट ध्यान से पढ़े यहां हम शेयर मार्केट और क्रिप्टो करेंसी से संबंधित आपके सारे सवालों के जवाब विस्तार से बताने वाले हैं

स्टॉक मार्केट और क्रिप्टो करेंसी में क्या अंतर है ? Difference Between Stock Market and Cryptocurrency

What is the difference between stock market and cryptocurrency

भारत मे स्टॉक मार्केट, मुंबई स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना 1875 में हुई थी जिसे आज सैकड़ों वर्ष बीत गए हैं और आज यह निवेश का एक प्रमुख जरिया है और यह सेबी Security and Exchange Board of India की देखरेख में कार्य करता है जिस पर सरकार का नियंत्रण होता है और यदि क्रिप्टो करेंसी की बात की जाए तो यह सर्वप्रथम 2009 में बिटकॉइन के रूप में अस्तित्व में आई जब 2008 में सातोशी नकामतो नामक एक अभियंता ने इसका आविष्कार किया और 2009 में एक ओपन सॉर्स सॉफ्टवेयर के रूप में इसे जारी किया था

आज के समय बिटकॉइन के साथ – साथ इसके जैसे ही बहुत सारे Alternative Coins जैसे Etherium XRP Litecoin Bitcoincash Dogecoin भी अस्तित्व में आ चुके हैं जिन्हें लोग कम कीमत में खरीद कर ऊंची कीमत में बेचकर कारोबार कर रहे हैं

चलिये अब सीधे टॉपिक आते हैं और जानते हैं स्टॉक मार्केट और क्रिप्टो करेंसी में क्या अंतर है इन दोनों में से किसमें निवेश करना बेहतर होता है What is the main Difference Between Stock Market and Cryptocurrency in Hindi ? Stock market Vs Cryptocurrency Which is Better

निम्न बिंदुओं के आधार पर शेयर मार्केट और क्रिप्टो करेंसी में अंतर को बेहद आसानी से समझ सकते हैं

1. स्वामित्व (What you own)

जब आप स्टॉक मार्केट में किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं तो इसका मतलब होता है आप उस कंपनी में हिस्सेदार बन जाते हैं और चाहें तो हार्ड कॉपी में भी उसके शेयर ले सकते हैं साथ ही जब कंपनी ग्रोथ करती है और मुनाफा अर्जित करती है तो उस अनुपात में आपको भी फायदा होता है जिसे कंपनी कैश डिविडेंड और बोनस के रूप में अपने शेयर धारकों को प्रदान करती है इसके साथ ही जब उसकी शेयर प्राइस बढ़ती है तो आपको भी मुनाफा होता है

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जबकि क्रिप्टो करेंसी में Physical asset नहीं होते हैं इसे आप ना तो देख सकते हैं और ना छू सकते हैं यह बस डिजिटल रूप में कंप्यूटर के Programming Code होते हैं और जब आप कोई कॉइन खरीदते हैं तो इसका मतलब ये भी नहीं होता कि आप उसमें हिस्सेदार हैं

आज के समय सबसे प्रमुख क्रिप्टो करेंसी बिटकॉइन है जो ना तो दिखता है ना ही इसे छू सकते हैं और तो और ये भी नहीं पता कि इसका मालिक कौन है तो आप हिस्सा किस से मांगेंगे

चलिये इसे रियल लाइफ में उपयोग के आधार पर समझते हैं और अच्छे से क्लियर करते हैं

2. रियल लाइफ में उपयोग ( Uses and Value in real life)

किसी भी कंपनी का एक ही उद्देश्य होता है कि बेहतर से बेहतर प्रॉडक्टस बनाना अपने कारोबार को ज्यादा बढ़ाना और खूब सारे पैसे कमाना और जब कंपनी ऐसा करती है तो आपको भी फायदा होता है क्योंकि आप उसके शेयर खरीद कर उसमें हिस्सेदार बने हुए हैं

लेकिन क्रिप्टो करेंसी में ये सब लागू नहीं होता है और रियल लाइफ में इसका उपयोग सिर्फ इतना है कि यदि कोई कंपनी या संस्था क्रिप्टो करेंसी के रूप में पेमेंट स्वीकार करती है तो इससे आप पेमेंट के रूप में ऑनलाइन भुगतान कर सकते हैं

आज के समय बहुत सारी कंपनियों में बिटकॉइन के रूप में ऑनलाइन पेमेंट स्वीकार करी भी जाती है लेकिन यदि वे कंपनियां अचानक से क्रिप्टो करेंसी के रूप कोई भी भुगतान स्वीकार करना मना कर दे तो क्या होगा ये आप अच्छे से समझ सकते हैं

अभी कुछ समय पहले का एक ताजा उदाहरण है कि जनवरी 2021 में अमेरिका की एक प्रसिद्ध टेस्ला कंपनी ने यह घोषणा करी थी कि आप उनके टेस्ला व्हीकल खरीदने के लिए बिटकॉइन में भुगतान कर सकते हैं तो सिर्फ 24 घण्टे में ही बिटकॉइन की कीमत 17% तक बढ़ गयी थी और फिर मई 2021 में दुबारा घोषणा कर दी कि उन्होंने बिटकॉइन को पेमेंट के रूप में स्वीकार करना बंद कर दिया है तो सिर्फ कुछ ही घंटों में बिटकॉइन की प्राइस 30% तक गिर गयी थी

3. रेगुलेशन और ऑथोरिटी ( How they governed)

स्टॉक मार्केट और क्रिप्टो करेंसी में सबसे प्रमुख अंतर है रेगुलेशन और नियंत्रण ऑथोरिटी का स्टॉक मार्केट में निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए किसी भी प्रकार के फ्रॉड को रोकने के लिए Highly Regulated एक Government Institute होता है यदि आपके साथ शेयर मार्केट में किसी भी प्रकार का कोई फ्रॉड होता है तो आप इसकी ऑफलाइन या ऑनलाइन किसी भी प्रकार से SEBI (सिक्युरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया) में बेझिझक शिकायत दर्ज कर सकते हैं

सेबी एक भारतीय सरकारी संस्थान है जो शेयर मार्केट में किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी से ट्रेडर और निवेशकों के हितों की सुरक्षा के प्रतिबद्ध है सेबी की तरह प्रत्येक देश में एक सरकारी संस्था होती है जो निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए कार्यरत होती है

लेकिन क्रिप्टो मार्केट में यदि आप के साथ किसी भी प्रकार की कोई धोखाधड़ी होती है तो इसके लिए कोई भी संस्था प्रतिबद्ध नहीं है और आपके साथ क्रिप्टो करेंसी में हुए धोखाधड़ी की शिकायत आप कही भी नहीं कर सकते हैं ये सब भगवान भरोसे है और इसे आपको खुद ही झेलना होगा

4. क्रिप्टो करेंसी और स्टॉक्स कौन जारी कर सकता है ?

क्रिप्टो करेंसी कंप्यूटर का एक प्रोग्रामिंग कोड होता है जिसका उपयोग कर कोई भी व्यक्ति अपनी खुद की क्रिप्टो करेंसी बना सकता है अगर ये कोड पता चल जाये तो फिर उसे दूसरा व्यक्ति भी माइन कर सकता है चाहें तो आप भी अपनी खुद की एक क्रिप्टो करेंसी बना सकते हैं बस आपको कंप्यूटर के प्रोग्रामिंग कोड्स और माइनिंग की जानकारी होनी चाहिए वो बात और कि उसे कोई उपयोग करे या नहीं करे

लेकिन स्टॉक मार्केट के संबंध में ऐसा बिल्कुल भी नहीं होता है क्योंकि स्टॉक्स किसी कंपनी के द्वारा ही जारी किए जाते हैं जो रियल लाइफ में अपना कोई कारोबार करती है

कोई भी कंपनी अपने बिजनेस को बढ़ाने के लिए पब्लिक से पैसे उठाती है और उन्हें अपने बिजनेस में हिस्सेदार बना लेती है इस प्रक्रिया को IPO इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग कहा जाता है इस प्रक्रिया को डिटेल से समझने के लिए ये पोस्ट जरूर पढ़ें

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5. फीस और ट्रांजेक्शन चार्जेज

स्टॉक मार्केट और क्रिप्टो करेंसी में fee and transaction charges एक सबसे बड़ा और प्रमुख अंतर है इसी कारण से ज्यादातर लोग क्रिप्टो करेंसी की तरफ आकर्षित होते हैं

जहां एक तरफ स्टॉक मार्केट में स्टॉक खरीदने और बेचने के लिए Stock exchange, Crypto exchange के बजाय फीस तो ज्यादा वसूल करते ही है और साथ ही जब आपको प्रॉफिट होता है तो सरकार उस पर Capital gain tax भी चार्ज करती है लेकिन क्रिप्टो करेंसी में आप इन दोनों खर्चों से बच जाते हैं

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6. पारदर्शिता

स्टॉक मार्केट में कंपनियां प्रत्येक चार माह में अपने Quarterly result publicly declare करती हैं जिसमें Profit and loss की सारी जानकारी होती है और इसे कोई भी आम आदमी देख सकता है पढ़ सकता है साथ ही समय समय पर मीटिंग अरेंज करती हैं जिसमें शेयर धारक हिस्सा ले सकते हैं अपनी कोई भी योजना कंपनी सार्वजनिक रूप से घोषित करती है आपसे कुछ भी छिपा नहीं होता है जिससे आप अपने निवेश संबंधित निर्णय आराम से ले सकते हैं

लेकिन क्रिप्टो करेंसी में ऐसा नहीं होता है क्योंकि वे कोई कारोबार या बिजनेस नहीं करते हैं जिससे आपको प्रॉफिट और लॉस की रिपोर्ट प्रदान करें

7. Volatility and Manipulation

शेयर मार्केट और क्रिप्टो दोनों ही मार्केट ऊपर नीचे होते रहते हैं जिससे खरीदने और बेचने में रिस्क दोनों में बना रहता है लेकिन कंपनियों पर सेबी का नियंत्रण होता है और Insider trading तो खासकर Highly regulated होती है

लेकिन क्रिप्टो करेंसी पर कोई नियंत्रण नहीं होता है जिससे कोई भी बड़ा Rich person or Whales इसे आसानी से manipulate कर सकता है यदि आप क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करते हैं तो आपको अच्छे से पता होगा कि अभी हाल ही में अमेरिका के एक बहुत बड़े बिजनेस मैन Elon musk ने बिटकॉइन और डोजीकोइन को किस प्रकार मैनिपुलेट किया है

इससे कुछ कुछ घण्टों में 4 billion dollar वैल्यू की Position liquidate हो गयी थी जिससे लोगों का बहुत सारा पैसा स्वाहा हो गया था

8. मार्केट खुलने का समय ( Hours of operations)

स्टॉक मार्केट और क्रिप्टो मार्केट में एक बहुत बड़ा अंतर ये भी है कि स्टॉक मार्केट के खुलने और बंद होने का एक समय होता है यदि हमारे देश भारत की बात करें तो यहां Share market Monday to friday 09:15 am to 03:30 pm तक खुलता है जबकि Saturday & Sunday को बंद रहता है साथ ही कुछ महत्वपूर्ण Govt Holidays को भी बंद रहता है

इसके विपरीत क्रिप्टो मार्केट की खास बात ये है कि यह कभी भी बंद नही होता है यह हर समय 24×7 365 days open रहता है

इस पोस्ट में आपने जाना कि स्टॉक मार्केट और क्रिप्टो करेंसी में क्या अंतर होता है ? क्रिप्टो मार्केट स्टॉक मार्केट से अलग कैसे होता है ? और क्या स्टॉक्स के बजाय बिटकॉइन में निवेश करना बेहतर होता है

आपको हमारी पोस्ट स्टॉक मार्केट और क्रिप्टो करेंसी में क्या अंतर है ? What is the Difference Between Stock Market and Cryptocurrency which is better in Hindi कैसी लगी कमेंट में जरूर बताएं

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