नमस्कार Garib aur amir ki kahani में आपका स्वागत है, आज हम इस गरीब और अमीर की कहानी के माध्यम से आपको यह विस्तार से समझाएंगे कि क्यों अमीर और अमीर होते जाते हैं और गरीब गरीब ही रह जाता है
गरीब और अमीर लोगों में यह बात आपने खुद भी अच्छे से नोटिस की होगी कि जो लोग गरीब रहते हैं वे अकसर गरीब ही बने रहते हैं, और जो लोग अमीर होते हैं वे और अमीर होते जाते हैं। लेकिन क्या आपने कभी इस पर गौर किया है कि गरीब और अमीर में ऐसा क्यों होता है
इसलिए यदि आप भी यह जानना चाहते हैं कि क्यों अमीर और अमीर होते जाते हैं और गरीब गरीब ही रह जाता है तो यह गरीब और अमीर की कहानी अंत तक ध्यान से पढ़े
Garib aur amir ki kahani (क्यों अमीर और अमीर होते जाते हैं और गरीब ही रह जाता है)
गरीब और अमीर की कहानी, जानिए गरीब और अमीर में ऐसा क्या अंतर होता है, जिससे अमीर और अमीर होते जाते हैं जबकि गरीब गरीब ही रह जाता है
गरीब की भगवान से शिकायत
एक बार एक नगर में एक गरीब व्यक्ति रहता है जो मेहनत मंजूरी करके अपना गुजर बसर करता है। वह दिनरात जी तोड़ मेहनत करता है लेकिन फिर भी इतना ही कमा पाता है जिससे बड़ी मुश्किल से घर खर्च ही चल पाता है और जो कुछ थोड़ा बहुत बच पाता है उसमें कभी कभार बीवी, बच्चों और खुद की पसंद की चीजें खरीद लेता है
इसी गरीब व्यक्ति के सामने एक आलीशान बंगले में एक अमीर व्यक्ति भी रहता है जो शारीरिक रूप से बिल्कुल भी मेहनत नहीं करता लेकिन फिर भी उसके पास रुपये पैसे की कोई कमी नहीं है। यह अमीर व्यक्ति अपने बिजनेस के बलबूते नौकर, चाकर, गाड़ी और सभी आवश्यक सुख सुविधाओं के साथ आलीशान जीवन व्यतीत कर रहा है।
गरीब व्यक्ति अपने और सामने वाले अमीर व्यक्ति के बीच इतना बड़ा फर्क देखकर बड़ा दुखी होता है और एक दिन भगवान से शिकायत करता है कि भगवान मैं सारे दिन जी तोड़ मेहनत करता हूं फिर भी मेरे पास ना तो अच्छा घर है ना गाड़ी है ना नौकर चाकर हैं और ना ही पहनने को अच्छे कपड़े हैं और जबकि मेरे सामने वाला व्यक्ति मेरे से कम मेहनत करने के बावजूद भी इतनी आलीशान जिंदगी जी रहा है क्यों?
वह गरीब व्यक्ति भगवान से शिकायत करते हुए कहता है कि भगवान आपने मेरे साथ बहुत अन्याय किया है क्यों मुझे इतना गरीब बनाया? और मेरे सामने वाले को अमीर बनाया? आदि आदि
भगवान गरीब को समझाते हैं
गरीब व्यक्ति से काफी सारी शिकायत सुनकर भगवान उसे समझाते हैं कि देखों मैंने किसी भी व्यक्ति को गरीब या अमीर नहीं बनाया है बल्कि गरीब और अमीर में यह अंतर काम करने के तरीके और सोच में अंतर के कारण आपने स्यवं ही पैदा किया है
भगवान उस गरीब व्यक्ति से कहते हैं कि देखो मुझे आप दोनों एक समान रूप से प्रिय हो इसलिए मैंने ऐसा कोई भेदभाव नहीं किया है जिससे तुम गरीब बन जाओ और आपके सामने वाला व्यक्ति अमीर बन जाये। यह तो उसके काम करने के तरीके और समझ का फर्क है जो उसने खुद से विकसित करी है
इसलिए अगर अपने काम करने का तरीके और पैसे के प्रति सोच को बदल लेते हो तो तुम भी अमीर बन सकते हो
लेकिन गरीब व्यक्ति भगवान की बातों से संतुष्ट नहीं होता है और अपनी ही जिद पर अड़ा रहता है कि नहीं मुझे तो आपने ही गरीब बनाया है। इसलिए उसे समझाने के लिए अंततः भगवान उससे कहते हैं कि ठीक है मैं आपको तो अमीर नहीं बना सकता लेकिन यदि आपके सामने वाला व्यक्ति आपके जितना ही गरीब बन जाये तो कैसा रहेगा?
अमीर और गरीब एक जैसे बन जाते हैं
भगवान जानते हैं कि अमीर व्यक्ति चाहे गरीब क्यों ना बन जाये एक दिन वह फिर से अमीर हो जाता है इसलिए उस गरीब व्यक्ति को समझाने के लिए भगवान उसी समय अमीर व्यक्ति को भी गरीब व्यक्ति के समान बना देते हैं
यानी भगवान उसी वक़्त अमीर व्यक्ति का बंगला, गाड़ी, नौकर, चाकर और बैंक बैलेंस आदि सब गरीब व्यक्ति के समान कर देते हैं। और फिर गरीब व्यक्ति से 10 वर्ष बाद मिलने की बोलकर अंतर्ध्यान हो जाते हैं
अमीर और गरीब दोनों मछली पकड़ने का काम शुरू करते हैं
अमीर व्यक्ति के गरीब बन जाने पर गरीब व्यक्ति को बड़ी खुशी होती है और मन ही मन सोचता है कि अब देखता हूं यह मेरे से ज्यादा पैसे कैसे कमाएगा? और मेरे से ज्यादा अमीर कैसे बनेगा?
अमीर व्यक्ति जो अब गरीब बन चुका है और गरीब व्यक्ति दोनों मछली पकड़ने का काम शुरू करते हैं। वे दोनों ही समुद्र से रोज लगभग 200 रुपये की मछली पकड़कर लाते हैं। गरीब व्यक्ति इन 200 रुपयों में से खाने पीने की बढ़िया चीजों पर रोज के 150 रुपये खर्च कर देता है और जो 50 रुपये बच पाते हैं उन्हें भी थोड़े सी बचत होते ही कपड़ो या कुछ अन्य पसंदीदा चीजों पर खर्च देता है
जबकि अमीर व्यक्ति कम से कम यानी खाने पीने की सभी चीज़ों पर सिर्फ 100 रुपये ही खर्च करता है और अपनी पसंद की कोई भी चीज नहीं खरीदता है बल्कि प्रति दिन के हिसाब से 100 रुपये बचाकर हर माह 3,000 रुपये की बचा लेता है
अमीर अपनी समझ का उपयोग करता है (How can this done without me)
धीरे धीरे 6 महीने गुजर जाते हैं और इन 6 माह के दौरान गरीब व्यक्ति लगभग सारे रुपये खाने पीने और और अन्य पसंद की चीजें खरीदने में खर्च कर देता है जबकि अमीर व्यक्ति इन्हीं 6 महीनों में लगभग 18,000 रुपये बचा लेता है।
बस अब अमीर बनने का असली खेल यहीं से शुरू होता है चूंकि अमीर व्यक्ति How can this done without me इस थ्योरी को भलीभांति समझता है और यह अच्छे से जानता है कि वह अकेला एक दिन में अधिकतम सिर्फ 16 या 17 घण्टों ही काम कर सकता है। इसलिए यदि उसे और ज्यादा पैसे कमाने हैं तो अपना काम अन्य व्यक्तियों से कराना ही होगा
इसलिए वह अमीर व्यक्ति इन्हीं बचाये हुए रुपयों से अपने लिए 4 अन्य व्यक्तियों को काम पर रख लेता है। और अब वह रोज 4 (खुद को मिलाकर 5 व्यक्तियों) के साथ मछली पकड़ने जाता है। जिससे उसकी प्रति माह कमाई पहले के बजाय 5 गुना बढ़ जाती है।
इस प्रकार से जहां वह पहले प्रति माह 3000 रुपये बचा पाता था अब प्रति माह 15,000 बचा लेता है। जबकि गरीब व्यक्ति मछली पकड़ने अभी भी अकेला ही जाता है
अमीर व्यक्ति शहर का सबसे बड़ा मछली पकड़ने वाला बन जाता है
इस प्रकार लगभग एक वर्ष की समाप्ति पर अमीर व्यक्ति की कमाई 90,000 रुपये हो जाती है। अब वह इन रुपयों से अपने लिए 20 व्यक्तियों को काम पर रख लेता है। जबकि गरीब व्यक्ति अपनी मस्ती में मस्त है और अभी भी अकेला मछली पडकने जाता है
इस प्रकार से 2 वर्ष की समाप्ति पर अमीर व्यक्ति के पास 20×3000×12=7,20,000 रुपये बच जाते हैं। जिनसे वह अपने लिए प्रति माह 5000 रुपये के हिसाब से 140 व्यक्तियों को काम पर रख लेता है और अपने शहर का सबसे बड़ा मछली पकड़ने वाले बन जाता है
अमीर व्यक्ति फिशिंग बोट खरीदता है
इस प्रकार से 3 वर्ष की समाप्ति पर अमीर व्यक्ति के पास 140×3000×12=50,40,000 रुपये हो जाते हैं जिनसे वह एक बोट खरीद लेता है और नाविक तथा मछुआरे आदि को किराए पर रख लेता है। जिससे प्रति दिन कई हजार किलो की मात्रा में मछली पकड़ता है
अमीर व्यक्ति फिर से अमीर बन जाता है
अमीर व्यक्ति अगले दो तीन वर्षों में ही 2 नई बोट और खरीद लेता है जिससे उसका सालाना कारोबार फिर से करोड़ों में हो जाता है। और इस प्रकार से वह पैसे से पैसे बनाने की कला और अपने Rich mindset के बदौलत फिर से अमीर बन जाता है
गरीब गरीब ही रह जाता है
गरीब व्यक्ति अपनी मस्ती में मस्त रहता है वह सिर्फ हार्ड वर्क करने में विश्वास रखता है। जिससे वह स्मार्ट वर्क, पैसिव कमाई, निवेश और पैसे से पैसे बनाने की समझ से कोसों दूर है। इस कारण से वह अभी भी अकेला ही मछ्ली पकड़ने जा रहा है, जिससे उसकी कमाई लिमिटेड है और परिणामस्वरूप वह गरीब ही रह जाता है
भगवान का आगमन और गरीब से पुनः भेंट
निर्धारित 10 वर्ष पश्चात भगवान गरीब व्यक्ति से मिलने आते हैं और पूछते हैं कि अब बताओ तुझे गरीब किसने बनाया है और गरीब हो चुके उस अमीर को फिर से अमीर किसने बनाया है?
इतना सुनकर गरीब व्यक्ति निरुत्तर हो जाता है और अपनी गरीबी का दोषारोपण भगवान पर करने लिए क्षमा मांगता है। और अपने आप से यह वादा करता है कि आज के बाद अपने गरीब होने का दोष वह किसी और पर नहीं लगाएगा चूंकि यदि कोई व्यक्ति गरीब घर में पैदा होता है तो यह उसकी गलती नहीं है, लेकिन यदि वह गरीब रहता है और गरीबी में मरता है तो यह पूर्णतः उसकी खुद की ही गलती होती है
गरीब से अमीर कैसे बने?
सबसे पहला कदम “मुझे अमीर बनना है” दिमाग में यह सोच पैदा करना है, उसके बाद प्लान बनाकर काम करना है।
जैसे यदि कोई व्यक्ति सोचता है कि मुझे आईएएस या बिजनेस मैन बनना है तो इस बात की संभावना काफी ज्यादा बन जाती है कि वह एक IAS या बिजनेसमैन बने, लेकिन यदि कोई व्यक्ति सोचता है कि मुझे बैंक, रेलवे आदि में क्लर्क बनना है। तो इस व्यक्ति के आईएएस या बिजनेसमैन बनने की संभावना बिल्कुल भी नहीं है क्योंकि इसने आईएएस/बिजनेसमैन बनने के बारे सोचा ही नहीं है
9 आदतें जो आपको गरीब से अमीर बनने की राह पर ले जाती है
- अमीर बनने की सोच पैदा करें
- जरूरत ना हो ऐसी कोई चीज ना खरीदे
- दूसरों को दिखाने या होड़ के चक्कर में रुपये बिल्कुल भी व्यय ना करें
- थोड़ा ही सही पैसे को बचाना शुरू करें
- पैसे से पैसे कमाने के तरीके खोजें
- कोई ऐसी चीज खरीदे/बनाये जो जेब में पैसा डाले जैसे बिजनेस, शेयर, बांड
- ऐसी चीजें ना खरीदे/बनाये जो जेब से पैसा खींचती हैं जैसे घर, कार, बाइक, लोन आदि
- पैसे को काम पर लगाएं यानी बचाए हुए पैसे को शेयर मार्केट, बांड, रियल एस्टेट बिजनेस आदि में निवेश करें
- धैर्य रखें और काम पर फोकस करें
Because there’s no shortcut to become rich.
FAQ’s (गरीब और अमीर की कहानी)
गरीब और अमीर में क्या अंतर होता है? क्यों अमीर और अमीर क्यों होते जाते हैं और गरीब गरीब ही रह जाता है आदि से संबंधित लोगों द्वारा पूछे जाने वाले प्रमुख सवाल और उनके जवाब निम्न प्रकार से हैं
Q.1 गरीब और अमीर में क्या अंतर है?
सोच, गरीब और अमीर में सबसे बड़ा अंतर सोच का है गरीब व्यक्ति पैसों के लिए काम करता है जबकि अमीर व्यक्तियों के लिए पैसा काम करता है
Q.2 अमीर और अमीर होते जाते हैं और गरीब गरीब ही रह जाता है क्यों?
गरीब व्यक्ति उम्र भर जॉब या नौकरी यानी दूसरों के लिए काम करते हैं जिससे प्रति माह एक निश्चित सैलरी मिलती है जो समय समय पर Addition यानी जोड़ में बढ़ती है। जबकि अमीर व्यक्ति अपने पैसे को बिजनेस, शेयर मार्केट आदि में निवेश करते हैं जिससे उनकी कमाई multiple होती है यानी गुणा में बढ़ती है
Q.3 गरीब और अमीर की कहानी को बयान करने वाली सबसे अच्छी पुस्तक कौन सी है?
रिच डैड पुअर डैड, इस पुस्तक में यह अच्छे से समझाया गया है कि आप कितने पैसे कमाते हैं यह उतना महत्वपूर्ण नहीं है जितना की यह कि आप कितने पैसे बचाते हैं और इससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण है यह कि आप उस बचाये हुए पैसे को निवेश कहाँ करते हैं
पर्सनल फाइनेंस को लेकर लिखी गयी अब तक की सभी पुस्तकों में यह बेस्ट सेलिंग बुक है। और अमीर बनने की चाह रखने वाले प्रत्येक व्यक्ति को यह पुस्तक एक बार जरूर पढ़नी चाहिए
ये भी पढ़े
समोसे वाले और बैंक मैनेजर की कहानी – business story in hindi
डेविड और गोलियथ की मोटिवेशनल कहानी
30 पैसिव इनकम आईडिया जो अमीर बना सकते हैं
जानिए रोज 100 रुपये बचाकर करोड़पति कितने दिन में बन सकते हैं
जानिए गांव में पैसे कमाने के टॉप 100 तरीके
निष्कर्ष
इस आर्टिकल में हमने एक गरीब और अमीर की कहानी के माध्यम से यह अच्छे से समझाया है कि गरीब और अमीर में ऐसा क्या अंतर होता है जिसकी बदौलत अमीर और अमीर होते जाते हैं जबकि गरीब गरीब ही रह जाता है। और क्यों अमीर, गरीब बन जाने के बाद भी फिर से अमीर हो जाते हैं
यदि आपको गरीब और अमीर की कहानी (Garib aur Amir ki kahani) पसंद आई और इससे कुछ नया सीखने को मिला तो इसे अपने मित्रगणों के साथ शेयर करें और कमेंट में अपने विचार जरूर बताएं

मेरा नाम मनदीप कुमार है
मुझे बिजनेस और शेयर बाजार का कई वर्षों का अनुभव है और पैसे से पैसे बनाना मैंने बहुत गहराई और मेहनत से सीखा है जिसे मैं इस ब्लॉग में आपके साथ साझा करता हूं अतः पैसे की समझ के लिए हमारे ब्लॉग से जरूर जुड़े
Nice story