इंट्राडे के लिए शेयर का चुनाव कैसे करे ? How to choose good Stocks for Intra day | 13 Intraday trading tips in Hindi

इंट्राडे के लिए शेयर का चुनाव कैसे करे – शेयर मार्केट का 90% कारोबार इंट्राडे में ही होता है और Intraday trading से आप एक ही दिन में हजारों लाखों रुपए कमा सकते हैं लेकिन आप इंट्राडे ट्रेडिंग में मुनाफा कमाते हैं या फिर लॉस बुक करते हैं यह आपके विवेक और शेयर बाजार के अनुभव पर निर्भर करता है

यदि आप एक इंट्राडे ट्रेडर है और प्रति दिन ट्रेडिंग करके नुकसान झेल रहे हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए बहुत मददगार साबित होने वाली है क्योंकि आज इस पोस्ट में इंट्राडे ट्रेडिंग क्या होती है ? इंट्राडे के लिए शेयर का चुनाव कैसे करते हैं ? और इंट्राडे ट्रेड के लिए शेयर का चुनाव करते समय किन – किन बातों का ध्यान रखना चाहिए यह सब विस्तार से बताने वाले हैं

तो चलिए सीधे टॉपिक पर आते हैं और शुरू करते हैं What is Intraday trading & How to choose good stocks for Intraday | 13 Intraday trading tips in Hindi

आर्टिकल की रूपरेखा

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या होती है – What is Intraday trading in Hindi

देखिए जब आप शेयर मार्केट में किसी कंपनी के खरीद लेते हैं तो आप चाहे तो उन्हें अगले ही कुछ सेकंड बाद बेच सकते हैं और चाहे तो उन्हें कई वर्षों तक अपने पास रख सकते हैं

जब आप शेयर खरीद कर उन्हें उसी दिन बेच देते हैं तो इसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहते हैं, इंट्राडे ट्रेडिंग की कुछ खास बातें इस प्रकार हैं

  • डिलीवरी या फिर स्विंग ट्रेडिंग में पहले शेयर खरीदने होते हैं और बाद में आप उन्हें बेच सकते हैं लेकिन इंट्राडे ट्रेडिंग में शेयर खरीदे बिना, पहले बेच सकते हैं और जब शेयर का भाव कम हो जाए तब उसे खरीद कर मुनाफा कमा सकते हैं
  • इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए आपको ब्रोकर की तरफ से मार्जिन भी मिलता है यानी आपके पास जितने रुपये हैं आप उससे कई गुना शेयर खरीद सकते हैं
  • इंट्राडे ट्रेडिंग में ब्रोकरेज कम लगता है

अगर आपको शेयर बाजार का ज्यादा अनुभव नहीं है और शेयर का चुनाव ठीक प्रकार से नहीं कर पाते हैं तो इंट्राडे ट्रेड में आपको कुछ ही समय मे भारी नुकसान भी हो सकता है लेकिन, यदि आप कुछ महत्वपूर्ण बातों को ध्यान में रखकर इंट्राडे के लिए शेयर का चुनाव करते हैं तो आपके नुकसान की संभावना बहुत कम हो जाती है और आप इंट्राडे में अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं तो चलिए अब शुरू करते हैं इंट्राडे के लिए शेयर का चुनाव कैसे करे

इंट्राडे के लिए शेयर का चुनाव कैसे करे ? How to choose good Stocks for Intra day in Hindi

इंट्राडे के लिए शेयर का चुनाव कैसे करे

इंट्राडे के लिए शेयर चुनाव करने में निम्न बातों का ध्यान रखना अति आवश्यक है

  1. अधिक लिक्विडिटी वाले शेयर में ट्रेड करे
  2. मार्केट ट्रेंड को फॉलो करे
  3. सेक्टर ट्रेंड को फॉलो करे
  4. बाजार की खबरों से अपडेट रहे
  5. टॉप गैनर टॉप लूज़र शेयर पर नजर रखे
  6. सर्किट वाले शेयर से दूर रहें
  7. इंट्राडे ट्रेड के लिए मुनाफा पहले तय कर ले
  8. रिस्क उतना ही ले जितना सहन कर सकते हैं
  9. ओवर ट्रेड ना करे
  10. ब्रेक आउट – सपोर्ट & रेसिस्टेंस पर खास नजर रखे
  11. स्टॉप लॉस का इस्तेमाल करे
  12. थोड़ा थोड़ा प्रॉफिट बुक करते रहें
  13. पैसे उधार लेकर ट्रेड ना करे

चलिए अब इन्हें एक एक करके विस्तार से समझते हैं

# 1. ज्यादा लिक्विडिटी वाले शेयर में ट्रेड करे

किसी भी शेयर में इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए जो सबसे पहले देखने वाली बात है वह होती है Liquidity यानी उस शेयर को खरीदने और बेचने वालों की संख्या कितनी है

आप नीचे एक स्क्रीनशॉट में शेयर को खरीदने और बेचने वालों के आर्डर देख सकते हैं जिससे शेयर की लिक्विडिटी क्या है और यह महत्वपूर्ण क्यों है ? आसानी से समझ जाएंगे

इंट्राडे के लिए शेयर का चुनाव कैसे करे

जैसा ऊपर दिखाया गया है अगर आप ऐसे शेयर ज्यादा संख्या में खरीद लेते हैं और जब उन्हें बेचना चाहेंगे तो बेच ही नही पाएंगे क्योंकि खरीददार नहीं है और अगर बहुत ज्यादा शेयर बेच देते हैं यानी शॉर्ट कर देते हैं तो फिर खरीद भी नहीं पाएंगे क्योंकि बेचने वाले नहीं है

अतः Intra day trading ke liye share ka chunav करते समय Liquidity का खास ध्यान रखे और ज्यादा लिकविडिटी वाले शेयर में ट्रेड करे

# 2. मार्केट ट्रेंड को फॉलो करें

अगर इंट्राडे ट्रेडिंग और मार्केट ट्रेंड की बात की जाए तो मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि “गिरते हुए शेयर को खरीदने की कोशिश ना करे और चढ़ते हुए शेयर को बेचने (शॉर्ट करने की) कोशिश ना करे

क्योंकि यदि आप ऐसा सोचते हैं कि यह शेयर इतना ज्यादा तो गिर गया है अब और क्या गिरेगा ? लेकिन होता इसके विपरीत है क्योंकि वह शेयर और इतना ज्यादा गिर जाता है जितना आप सोच भी नहीं सकते हैं

इसी प्रकार अगर कोई शेयर काफी चढ़ जाता है और आप सोचते हैं कि अब इससे ऊपर क्या जाएगा ? और उसे शॉर्ट कर देते हैं तो भी आप अक्सर गलत साबित हो जाते हैं क्योंकि वह शेयर और ऊपर चला जाता है

अतः अगर आप एक नए नए इंट्राडे ट्रेडर हैं तो यह बहुत जरूरी है कि आप मार्केट ट्रेंड को फॉलो करें और बाजार के विपरीत दिशा में ना जाये

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# 3. सेक्टर ट्रेंड को फॉलो करें

शेयर मार्केट में लिस्टेड कंपनियों को सेक्टर के आधार पर अलग – अलग भागों में विभाजित किया गया है जैसे आई टी, ऑटो मोबाइल, फार्मासूटिकल, बैंक, एफएमसीजी आदि

जब किसी Particular sector related कोई खबर आती है तो इससे संबंधित सेक्टर की सारी कंपनी प्रभावित होती है और ऐसे में यदि आप संबंधित सेक्टर के किसी शेयर विशेष में ट्रेड करने से चूक जाते हैं तो आप उसकी Peer company में ट्रेड कर उस Break out का फायदा उठा सकते हैं

उदाहरण के लिए यदि सरकार बैंक सेक्टर से संबंधित कोई अच्छी खबर डिक्लेअर करती है और HDFC ICICI आदि बैंक में पहले ही उछाल आ चुका है तो आप बैंक सेक्टर की अन्य कंपनी जैसे INDUSIND, SBI, KOTAK MAHINDRA etc पर नजर रख कर Intraday trade कर सकते हैं

# 4. बाजार खबरों से अपडेट रहें

अगर आप एक इंट्राडे ट्रेडर हैं और बाजार की खबरों से अपडेट रहते हैं तो इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए शेयर का चुनाव करना आपके लिए आसान हो जाता है और उस खबर का फायदा उठाकर आप अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं जैसे

  1. कंपनी के Quarterly result जिसमें उसके नफे नुकसान ब्यौरा होता है
  2. सरकार द्वारा की कोई घोषणा जो शेयर मार्केट को प्रभावित करती हो
  3. किसी छोटी कंपनी का बड़ी कंपनी में विलय
  4. किसी कंपनी, बैंक आदि में घोटाला
  5. किसी कंपनी द्वारा लिए गए विशेष निर्णय
  6. अन्य खबर

जैसे यदि कोई कंपनी X अपने तिमाही नतीजे घोषित करती है जिसमें उसे पिछले तिमाही के मुकाबले 30% ज्यादा प्रॉफिट हुआ है इस खबर के परिणाम स्वरूप इस कंपनी के शेयर में उछाल आने की संभावना बढ़ जाती है जिस से आप इस कंपनी के शेयर खरीद कर Intraday trading में मुनाफा अर्जित कर सकते हैं

यदि कंपनी लॉस डिक्लेअर करती है तो शेयर के गिरने के चांसेज बढ़ जाते हैं और आप इसे Short करके प्रॉफिट कमा सकते हैं

# 5. Top gainers & top loosers Shares पर नजर रखे

Top gainers यानी ऐसे शेयर जिनमें आज सबसे ज्यादा बढ़त आई है और Top losers यानी ऐसे शेयर जिनमें आज सबसे ज्यादा गिरावट आई है आप ऐसे शेयर मनीकंट्रोल पर आसानी से देख सकते हैं और इनमें होने वाले Break out का Intraday trading में अच्छा खासा फायदा उठा सकते हैं

यहाँ नीचे एक छायाचित्र में आज के टॉप गेनर और टॉप लूज़र शेयर दिखाए गए हैं जिन्हें देखकर आप आसानी से समझ सकते हैं कि इंट्राडे के लिए शेयर का चुनाव कैसे करते हैं

इंट्राडे के लिए शेयर का चुनाव कैसे करे

इंट्राडे के लिए शेयर का चुनाव कैसे करे

# 6. लोवर सर्किट और अपर सर्किट वाले शेयर से दूर रहे

इंट्राडे में ट्रेडिंग करते समय Lower & uper circuit वाले शेयर से दूर रहना चाहिए क्योंकि यदि किसी शेयर में लोअर सर्किट बस लगने ही वाला है और ऐसे में आप उसे खरीद लेते हैं तो फिर आप उसे बेच नहीं पाएंगे

इसी प्रकार यदि किसी शेयर में अपर सर्किट लगने वाला है और आप उसे Short कर देते हैं तो फिर आप उसे खरीद नहीं पाएंगे और फिर आपका ब्रोकर अपने हिसाब से आपकी पोजीशन Square off करेगा जिससे आपको पेनाल्टी भी लग सकती है और भारी नुकसान हो सकता है

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# 7. मुनाफा पहले तय कर ले

मुनाफा वह होता है जब आप अपनी पोजीशन स्क्वायर ऑफ करके उसे बुक कर लेते हैं अगर आप इंट्राडे में कोई शेयर @ 50/- रुपये खरीदते हैं और वह 56 तक जाता है लेकिन तब आप उसे बेचते नहीं है और फिर वह शेयर वापिस 52 51 तक आ जाता है हो सकता है और भी नीचे चला जाये जिससे आपको फायदे के बजाय नुकसान भी हो सकता है

अतः ऐसा ना हो कि बहारें आयी भी और चली भी गयी और आप बस देखते रह गए

इसलिए इंट्राडे के लिए शेयर का चुनाव करते समय आपको मुनाफा भी पहले ही तय कर लेना चाहिए कि मुझे इस शेयर पर इतने प्रतिशत मुनाफा लेना है

# 8. रिस्क का ध्यान अवश्य रखें

“धंधा फैल हो जाये कोई बात नहीं लेकिन आदमी फैल नहीं होना चाहिए”

इंट्राडे में ट्रेड करते समय आपको Risk & Reward का ध्यान जरूर रखें और किसी भी ट्रेड में उतना ही रिस्क ले जितना आप सहन कर सको अगर रिस्क लेते भी हैं तो एक लॉजिक के साथ रिस्क ले एक नोसिखिये की तरह बस तुक्का ना मारे और अपने हर अनुभव से कुछ नया सीखते रहें

# 9. ओवर ट्रेड से बचे – Avoid over trades in Intraday

अगर आप शुरुआत में बस दो तीन ट्रेड करते हैं जिनमें अच्छा खासा मुनाफा हो भी जाता है तो फिर आपको और ज्यादा ट्रेड करने से बचना चाहिए क्योंकि शुरुआत में आपने जो ट्रेड्स की थी उनमें आपका रिसर्च होता है और अब बाद में जो ट्रेड कर रहे हैं वे बस भावनाओं में बहकर की जाने वाली है जिनका उद्देश्य बिना किसी लॉजिक के बस मुनाफा कमाना होता है अतः इससे आपको नुकसान हो सकता है और इसी प्रकार

जब आप शुरुआत में कुछ ट्रेड्स करते हैं और आपको काफी नुकसान हो जाता है तो फिर आप लॉस रिकवर करने के लिए जल्दबाजी में और बहुत सारी ट्रेड करते हैं तो इससे भी आपको ज्यादातर नुकसान होने के चांसेज ही होते हैं अतः आपको इंट्राडे में ज्यादा ट्रेड करने को अवॉयड करना चाहिए

# 10. सपोर्ट और रेसिस्टेंस – Keep eye on Break out of a share in Intraday

अगर एक शेयर 50 51 52 50 51 53 54 पर ट्रेड कर रहा है तो इसका मतलब है 50 इस शेयर के लिए एक सपोर्ट लेवल है और इसके 50 से नीचे आने के चांसेज बहुत कम हैं इसी प्रकार

अगर एक शेयर 49 50 48 47 46 48 50 पर ट्रेड कर रहा है तो इसका मतलब है 50 इस शेयर के लिए रेसिस्टेंस लेवल है और इस शेयर के 50 के ऊपर जाने के चांसेज बहुत कम हैं

लेकिन जब कोई शेयर अपना Support & Resistance leval तोड़ता है तो फिर उस शेयर में अच्छा खासा ब्रेक आउट देखने को मिलता है और फिर वह शेयर अपने सपोर्ट लेवल से बहुत नीचे गिर सकता है और इसी प्रकार अपने रेसिस्टेंस लेवल से बहुत ऊपर भी जा सकता है

अतः आपको इंट्राडे में ट्रेड करते समय शेयर के सपोर्ट & रेसिस्टेंस लेवल के ब्रेक आउट का ध्यान रखना अवश्य चाहिए

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# 11. स्टॉप लॉस का इस्तेमाल करे

स्टॉप लॉस आपके नुकसान की सीमा निर्धारित करता है

मान लेते हैं आप कोई शेयर @ 100/- रुपये में खरीदते हैं और वह 104 105 तक चला जाता है तो अब चाहे तो आप प्रॉफिट बुक कर अपनी पोजीशन स्क्वायर ऑफ कर सकते हैं अगर आपको लगता है कि अभी शेयर और जाएगा तो इसे होल्ड रख सकते हैं लेकिन आप को डर है कि वह नीचे भी जा सकता है तो आप अपने रिस्क लेने की क्षमता के हिसाब से स्टॉप लॉस 101 98 95 कुछ भी निर्धारित कर सकते हैं

मान लेते हैं आपने 98 का स्टॉप लॉस लगा देते हैं तो जब शेयर 98 पर आएगा तो आपकी पोजीशन अपने आप स्क्वायर ऑफ हो जाती है आपका प्रति शेयर बस दो पॉइंट का नुकसान होता है चाहे शेयर 90 पर ही क्यों ना आ जाए

# 12. थोड़ा थोड़ा प्रॉफिट बुक करते रहें

अल्प समय ज्यादा मुनाफा कमाने का लालच ना करे और अपने हिसाब से थोड़ा थोड़ा प्रॉफिट बुक जरूर करे क्योंकि अमीर बनने का कोई Short cut नहीं है और कुछ हफ्तों या कुछ महीनों में अमीर नहीं बना जा सकता है अगर Luckily आप ऐसा कर भी लेते हैं तो वह अस्थायी होता है और बाद में आपको भारी नुकसान हो सकता है

धीरे-धीरे एक सिस्टेमेटिक तरीकें से प्राप्त सफलता स्थाई होती है

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# 13. उधार पैसे लेकर ट्रेड ना करें

ट्रेडिंग के लिए हमारी तरफ से आपको अंतिम सलाह ये है कि दूसरों से पैसे उधार लेकर ट्रेडिंग नहीं करे क्योंकि यदि आप अपने पैसे से ट्रेडिंग करते हैं और नुकसान हो जाता है तो आप उसे बर्दाश्त कर सकते हैं लेकिन यदि आपने पैसे उधार लिए हैं और नुकसान हो जाता है तो आप भारी संकट में फंस सकते हैं क्योंकि जब दूसरे व्यक्ति आपको उधार दिए पैसे वापिस मांगेंगे और आप उन्हें दे नहीं पाएंगे जिससे आप मानसिक तनाव में आ सकते हैं

देखिए चाहे आपको शेयर मार्केट का कितना भी अनुभव क्यों ना हो लेकिन नुकसान की संभावना बनी रहती है अतः बेहतर होगा कि आप उधार के पैसे से कभी ट्रेड ना करे

Intraday trading tips in Hindi

देखिए शेयर बाजार एक ऐसी जगह है आपको फायदा और नुकसान कुछ भी हो सकता है लेकिन जैसे जैसे आपको शेयर बाजार का अनुभव होता जाता है तो आपके नुकसान की संभावना भी कम होती जाती है और फायदा होने के चांसेज बढ़ जाते हैं

इस आर्टिकल में हमने इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है ? इंट्राडे के लिए शेयर का चुनाव कैसे करते हैं ? इंट्राडे ट्रेड करते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए एवं हमारे अनुभव से प्राप्त 13 इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स विस्तार से बताये हैं यदि अभी भी आपके कुछ सवाल हैं या आप कुछ नया बताना चाहते हैं बेझिझक कमेंट में जरूर बताएं

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2 thoughts on “इंट्राडे के लिए शेयर का चुनाव कैसे करे ? How to choose good Stocks for Intra day | 13 Intraday trading tips in Hindi”

    • Liquidity- खरीदे और बेचे जाने वाले शेयरों की संख्या से संबंधित है यानी कितने ज्यादा संख्या में आप तुरंत शेयर खरीद और बेच सकते हैं। जैसे उदाहरण के लिए यदि आपने इंट्राडे में @30 पर 1000 शेयर खरीद लिए और अब इसका भाव 31.5 हो गया है और आप उन्हें बेचना चाहते हैं लेकिन कोई खरीददार नहीं मिल रहा है यानी आप 1000 शेयर बेचना चाहते हैं लेकिन @31.5 पर सिर्फ 40 शेयर खरीद का ही आर्डर है फिर बाकी 30.5 पर 50 का 29 पर 50 का ऐसे आर्डर है। तो इसका मतलब है इसमें लिक्विडिटी कम है
      और यदि किसी शेयर में प्रत्येक .05 या .1 के अंतराल पर ही लाखों शेयर खरीद बेच के आर्डर है तो इसका मतलब है इसमें पर्याप्त लिक्विडिटी है आप जब चाहे शेयर खरीद सकते हैं या बेच सकते हैं

      Lower Circuit- जब सब लोग शेयर बेचना चाहते हैं लेकिन कोई खरीददार ही नहीं मिलता है यानी आप अपने शेयर बेचना चाहते हैं लेकिन चाहकर भी बेच नहीं सकते तो इसे लोअर सर्किट कहा जाता है। इसमें शेयर प्राइस Down trend में होता है

      Upper circuit- जब सब लोग शेयर खरीदना चाहते हैं लेकिन कोई बेचता नहीं है तो उसे अपर सर्किट कहा जाता है यानी आप शेयर खरीदना चाहते हैं लेकिन खरीद नहीं सकते क्योंकि कोई बेचने को तैयार ही नहीं है तो इसे अपर सर्किट कहा जाता है

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