दुकान खोलने का तरीका | नई दुकान कैसे खोले/शुरू करें ?

यदि आप भी कोई दुकान खोलने की सोच रहें हैं तो पहले आपको दुकान खोलने का तरीका अच्छे से जान लेना चाहिए क्योंकि ज्यादातर लोग दूसरों की देखा देखी और जल्दबाजी में दुकान खोल लेते हैं और नतीजन नुकसान उठाते हैं और अधिकतर तो बीच में ही बंद भी कर देते हैं

किसी भी चीज की नई दुकान खोलने से पहले यदि आप अपनी दुकान के लिए जगह का चयन, संबंधित क्षेत्र में प्रोडक्ट्स की मांग, खपत, प्रतिस्पर्धा, प्रंबधन, सप्लायर आदि से लायजन और ग्राहकों का आंकलन ठीक प्रकार से कर लेते हैं तो आपकी दुकान के अच्छे से चलने और उसके सफल होने के आसार काफी हद तक बढ़ जाते हैं

और ये सारी बाते इस आर्टिकल में एक एक करके विस्तार से बताने वाले हैं तो चलिए अब सीधे टॉपिक पर आते हैं और एक नई दुकान खोलने का तरीका विस्तार से जानते हैं

दुकान खोलने का तरीका

दुकान खोलने का तरीका : एक नई दुकान कैसे खोले/शुरू करें

किसी भी चीज की नई दुकान खोलने से पहले आपको कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है जो निम्न प्रकार हैं

1. लागत और संभावित कमाई की योजना

किसी भी चीज की नई दुकान खोलने या शुरू करने से पहले आपको उसका एक योजना बनानी होती है जिसमें इस बात का ब्यौरा होता है कि आपको कितनी लागत आने वाली है और कितनी कमाई हो सकती है जैसे दुकान का किराया, इंटेरियर वर्क और डिजाइनिंग में होने वाला खर्च, पहली बार सामान भरने में होने वाला खर्च, आंशिक ग्राहकों की लिस्ट और होने वाली संभावित कमाई आदि

जब आप कोई दुकान खोलने का मन बनाकर उसका एक प्री प्लान बना लेते हैं तो आपका काम बहुत आसान हो जाता है क्योंकि इससे आपको मोटा मोटा सारा अंदाजा आ जाता है और फिर कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखते हुए अपने उस प्लान के मुताबिक काम करना होता है जो एक एक करके विस्तार से निम्न प्रकार हैं

2. डिमांड, खपत और मार्केट रिसर्च

किसी भी चीज की नई दुकान खोलने के सबसे पहले चरण में आपको ये बात जरूर पता कर लेनी चाहिए कि जो चीजें और प्रोडक्ट्स आप दुकान में बेचने वाले हैं उनकी आज के मार्केट में डिमांड कितनी है और खपत कितनी है क्योंकि आज के समय मार्केट में वो ही दुकान चल पाती है जिसके प्रोडक्ट्स और चीजों की लोगों को काफी आवश्यकता होती है

उदाहरण के लिए रेडीमेड गारमेंट शॉप, परचून शॉप, जनरल स्टोर, इलेक्ट्रिक हार्डवेयर, फाइनेंस और ऑनलाइन कन्सल्टेशन आदि की डिमांड हमेसा बनी बनी रहती है और फ्यूचर में भी बराबर बनी रहने वाली है अतः ऐसी चीजों की दुकान आप बेझिझक शुरू कर सकते हैं खुद के रिसर्च से आप किसी भी चीज की दुकान शुरू कर सकते हैं बस संबंधित चीज की मार्केट में अच्छी खासी डिमांड और खपत होनी चाहिए

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3. दुकान के लिए जगह का चयन

जब आप इतना निर्धारित कर लेते हैं कि मुझे इस चीज की दुकान खोलनी है तो इसके बाद दूसरा सबसे महत्वपूर्ण चरण आता है कि दुकान किस जगह खोले/ शुरू करें ? क्योंकि यदि आप किसी ऐसी जगह दुकान खोल लेते हैं जहां ग्राहक ही नहीं आते हैं तो ऐसी जगह दुकान खोलने का कोई फायदा नहीं है अतः

दुकान के लिए जगह का चयन करने में निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए

  • दुकान मार्केट में, मैन रोड किनारे या किसी ऐसी जगह होनी चाहिए जहां अच्छी खासी भीड़ भाड़ हो और लोगों का आवागमन लगा रहता हो
  • अलग थलग गली या किसी ऐसे तंग रास्ते में दुकान नहीं करनी चाहिए जहां ग्राहकों को आने में दिक्कत आ सकती है
  • आपकी दुकान के पास प्रतिस्पर्धी दुकाने कम से कम हो, इस बात का भी खास ध्यान रखें
  • दुकान के पास वाहन पार्किंग के लिए थोड़ी जगह हो तो बहुत अच्छा होता है इसके दो फायदे होते हैं
  • एक तो ये कि आजकल लोग ज्यादा दूर पैदल चलना कम पसंद करते हैं और दूसरा ये कि वाहन को पास में देखकर वे अच्छा महसूस करते हैं

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4. एग्रीमेंट और कानूनी कार्यवाही

जब आप एक अच्छी खासी जगह पर दुकान ढूंढ लेते हैं और उसे किराये पर लेने का मन बना लेते हैं तो अब तीसरा सबसे महत्वपूर्ण चरण होता है कानूनी कार्यवाही और एग्रीमेंट का जिसके तहत आपको दुकान के मालिक से एक ऐसा एग्रीमेंट करना होता है जिससे वह एक निश्चित समय सीमा से पहले आपसे दुकान खाली ना करा सके

क्योंकि जब दुकान अच्छी खासी चल पड़ती है और आपको नियमित ग्राहकों का एक अच्छा खासा प्लेटफॉर्म भी मिल जाता है जिससे बढिया कमाई होने लगती है और फिर ऐसी स्थिति में कोई आपसे दुकान छोड़ने को कहे तो बहुत बुरा लगता है

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5. डिजाइनिंग और सजावट

किसी भी दुकान की अच्छी बिक्री और ग्राहकों को लुभाने में उसकी सजावट और डिजाइनिंग का योगदान बहुत महत्वपूर्ण होता क्योंकि कोई भी ग्राहक दुकान में तभी आता है जब वह उसे बाहर से देखने में अच्छी लगती है इसलिए अपनी दुकान का बाहर से डेकोरेशन कुछ इस प्रकार से करें जिससे वह ग्राहकों का ध्यान आकर्षित कर सकें और उन्हें दूर से ही ये पता चल जाये कि इसमें किस प्रकार की चीजें मिलती हैं

इसके साथ ही आपको दुकान में सामान और चीजों का अरेंजमेंट कुछ इस तरीके से करना चाहिए जिससे वे ग्राहकों को आसानी से साफ साफ दिखाई दे सके इन सब के लिए आप एक शॉप डिज़ाइनर और डेकोरेटर की सहायता ले सकते हैं

6. सप्लायर से लायजन

जब आप अपनी पसंद के मुताबिक एक अच्छी सी जगह पर दुकान ले लेने तक कि प्रोसेस पूरी कर लेते हैं तो अब आपको संबंधित प्रोडक्ट्स और चीजों की खरीदी बेची करनी होती है और इसके लिए आपको एक होल सोल विक्रेता या सप्लायर की जरूरत पड़ती है जो आपकी दुकान के लिए आवश्यक चीजे उपलब्ध करा सकें

सप्लायर का चयन करते समय आपको इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि वह आपको लेटेस्ट डिज़ाइन और उत्तम किस्म का माल आवश्यक समय पर प्रदान कर सके और इसके साथ इमरजेंसी या कभी जरूरत के समय आपकी उधार कर ले और अनयूज्ड समान को जरूरत होने पर वापिस भी ले सके

और बीच बीच में सूत्रों से इस बात का भी पता करते रहना चाहिए कि आपका वेंडर/सप्लायर कहीं आपसे ज्यादा रेट तो नहीं ले रहा है क्योंकि आज के समय मीठी छुरी बनके के भी बहुत लूटते हैं कुल मिलाकर बात ये है कि आपको दुकान की खरीदारी के  एक ऐसे सप्लायर/विक्रेता का चयन करना चाहिए जिसका आपसे और आपके धंधे से तालमेल अच्छा खाता हो

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7. नियमित ग्राहकों का खास ध्यान रखें

यहां नियमित ग्राहकों के खास ध्यान से हमारा तात्पर्य है कि जो ग्राहक ज्यादातर आपकी दुकान में नियमित रूप से आते हैं उन्हें कुछ डिस्काउंट दे देना चाहिए और यदि वे कभी उधार में सामान लेना चाहे तो उन्हें दे देना चाहिए क्योंकि इससे उनका आपके प्रति भावनात्मक लगाव बढ़ जाता है और वे आपके लोयल कस्टमर बन जाते हैं

इसके साथ ही वे आप के इस व्यवहार के बारे में दूसरे अन्य ग्राहकों को भी बताते हैं जिससे आपकी दुकान में और नए ग्राहक आते हैं परिणामस्वरूप आपकी बिक्री और कमाई और भी ज्यादा बढ़ जाती है

8. विज्ञापन और बड़े ग्राहकों की खोज

किसी भी व्यापार के सफल संचालन और उसे बड़ा करने के लिए उसका विज्ञापन, बड़े ग्राहकों की खोज और उनसे डील करना बहुत जरूरी होता है यहां बड़े ग्राहकों से हमारा तात्पर्य ऐसे ग्राहकों से है जिन्हें एकमुश्त काफी ज्यादा मात्रा में सामान चाहिए होता है

जैसे किसी कंपनी, संस्था या सेठ आदि को अपने कर्मचारियों को वर्दी, कपड़े, जूते, आटा, दाल, चीनी या उपहार आदि के रूप में पैक्ड मिठाई के डिब्बे और भी बहुत सारे गिफ्ट आइटम की एकमुश्त काफी ज्यादा मात्रा में आवश्यकता होती है अतः आप अपने हिसाब से जिस सामान या चीज की दुकान चलाते हैं उसके अनुसार किसी कंपनी, संस्था या सेठ आदि बड़े ग्राहकों से लायजन कर सकते हैं

इसके लिए आप इन्हें कुछ प्रतिशत डिस्काउंट या किसी ऑफर से आकर्षित कर डील पक्की कर सकते हैं इससे आप थोड़ी सी छूट प्रदान करके और थोड़ी सी समझदारी से काम कर इतने ज्यादा प्रोडक्ट्स, सामान या चीजे कुछ ही घण्टो या दिनों में बेच सकते हैं जिसे आपको नॉर्मल तरीके से बेचने में कई महीनों भी लग सकते हैं

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सारांश

इस आर्टिकल में हमने एक नई दुकान खोलने का तरीका विस्तार से बताया है जिसमें दुकान खोलने में आने वाली लागत और संभावित कमाई से लेकर डिमांड, खपत, मार्केट रिसर्च, दुकान के लिए जगह का चयन, डिजाइनिंग वर्क, सजावट, सप्लायर/विक्रेता से लायजन, ग्राहकों से व्यवहार, डील और विज्ञापन जैसी एक एक बात विस्तार से बतायी है

आशा करता हूं यदि आप भी एक नई दुकान खोलने/ शुरू करने की सोच रहे हैं तो ये आर्टिकल आपके लिए बहुत मददगार साबित हो सकती है

आपको हमारी ये लेख दुकान खोलने का तरीका –  How to open/start a shop in hindi कैसी लगी कमेंट में जरूर बताएं या फिर आप कुछ सलाह देना चाहते हैं तो वो भी कमेंट में जरूर बताये

10 thoughts on “दुकान खोलने का तरीका | नई दुकान कैसे खोले/शुरू करें ?”

  1. are ye sab to jante hai
    aap ye batao ki shop ka registration karana hota hai kya
    kya kya legal papers chahiye hota h
    kahi se license bhi lena hota h
    vendor license, fssi certificate etc.
    inke baare me batayein

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  2. Muja ya pdkr ach lga esa ya pta lga ki kon si dukan kholni chaieya or kon si ni muja bhout acha lg m happy new year pr kuch new Krna ga rahu

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  3. मैं आपकी वेबसाइट को बहुत ही ज्यादा पसंद करता हूं, ऐसी वेबसाइट किसी की नहीं मिली अभी तक। और आपके ऑर्टिकल पढ़ने के बाद मैंने भीं ब्लॉग लिखाना शुरू किया हैं, क्या आप मेरी वेबसाइट देख कर बता सकते हैं। क्या मैं सही काम कर रहा हूं प्लीज़ मेरी मदद करें।

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