Mutual fund kya hai पूरी jankari | क्या mutual fund in hindi से जिंदगी सँवर सकती है

Mutual fund in hindi – म्यूच्यूअल फण्ड में invest कैसे करे ? Mutual fund में SIP कैसे करें ? Mutual fund में lump sum क्या है आइए mutual fund kya hai ये सारी बातें detail में समझतें हैं

देखिये tv में चाहे कितना ही एड विज्ञापन देख ले कि Mutual fund sahi hai फिर भी मन मे डर बना रहता है कि पता नही ये सही बोल रहे हैं कि नही कही मेरा पैसा डूब गया तो मुझे नुकसान हो गया तो आदि आदि

आर्टिकल की रूपरेखा

Mutual fund in hindi – डरने की जरुरत नही है

आजकल बहुत सी कंपनियों की mutual fund में निवेश की हजारों schemes कार्यरत हैं और इनमें से यदि आप बुरी से बुरी स्कीम में भी निवेश करते हो और 7 से 8 साल तक invested रह सकते हो तो 99% चांस हैं कि आप को 9 से 10 % रिटर्न तो मिलेगा ही मिलेगा जो FD – fixed deposit से तो अच्छा ही है long term में आप को नुकसान होना लगभग नामुमकिन है इसलिए डरने की कोई बात नही है

और यदि आप कोई अच्छी mutual fund scheme सिलेक्ट कर लेते हो तो आप को 20 से 22 % रिटर्न्स भी मिल सकता है इस प्रकार आप अंदाजा लगा सकते हैं कि mutual fund में बुरे से बुरे केस में 9 से 10 % और अच्छे से अच्छे केस में 20 से 22 %  रिटर्न रहेगा जो कि गोल्ड property या किसी भी Asset class से बेहतर है

इस प्रकार mutual fund के return potential को देखते हुए आप इसमें निवेश करने को बिल्कुल भी avoid नही कर सकते इसमे निवेश करना बहुत जरूरी है अब यदि आपका डर दूर हो गया हो तो बात करते हैं कि म्यूच्यूअल फण्ड कैसे काम करता है और इसमें निवेश कैसे करे

Mutual fund क्या है – What is mutual fund in hindi

अधिकतर लोगों को लगता है कि mutual fund बस Share market में निवेश करने का एक तरीका है लेकिन ऐसा नही है mutual fund के माध्यम से gold (सोना) रियल एस्टेट (Property) , Debt fund और जैसा कि हम जानते हैं share market या Equity में निवेश कर सकते हैं

कई बार आप सुनते हैं कि इस mutual fund में रिस्क ज्यादा है लेकिन लेकिन रिटर्न भी ज्यादा है तो ऐसी म्यूच्यूअल फंड स्कीम share market यानी equity से संबंधित होती हैं यानी ज्यादातर निवेश equity में करती हैं

Mutual fund कैसे काम करते हैं – How to work mutual fund in hindi

म्यूच्यूअल फण्ड आम जनता के लिए निवेश का काम करते हैं वे लाखो करोड़ो निवेशकों (आम जनता) से थोड़ी थोड़ी मात्रा में भारी पूंजी एकत्रित करके उसे रियल एस्टेट गोल्ड शेयर मार्केट और विदेशी कंपनियों में लगाते हैं

यह काम पेशेवर निवेश प्रबंधकों (Professional Fund Managers) द्वारा संचालित किया जाता है जिनका काम निवेशको केे लिए अधिकतम पूंजीगत आय यानी लाभ अर्जित करना होता है

यदि आपके पास बस 2 या 4 हजार रुपये ही हैं और आप को लाखों रुपियो की कोई Property या जमीन खरीदनी है तो सामान्यत आप यह नही कर सकते लेकिन mutual fund के जरिए कर सकते हैं mutual fund ऐसा Units (यूनिट) और एन ए वी (NAV) के माध्यम से करते हैं

Mutual fund में NAV और UNITs क्या हैं

Mutual fund in hindi

मान लेते हैं किसी प्रोपर्टी का मूल्य यानी Aseet Value 1 लाख रुपये है और आप को इसमे 2 हजार रुपये का निवेश करना है तो इस स्थिति में mutual fund ये काम करता है कि इस 1 लाख रुपये की प्रॉपर्टी को आभासी 1000 बराबर टुकड़ों में बांट देता है

तो इस प्रकार प्रॉपर्टी के जो 1000 टुकड़े हैं इन्हें यूनिट (Unit) कहा जाता है और 1 टुकड़े का जो प्राइस 1लाख / 1000 = 100 रुपिये होगा इसे NAV – net asset value कहा जाता है यहां आपके के निवेश 2000 रुपिये के लिए आप को2000/100 = 20 यूनिट प्राप्त होंगी

जैसा कि ऊपर के उदाहरण में हमने समझा तो NAV का फॉर्मूला इस प्रकार होगा

NAV = Asset value / total no. of units

लेकिन म्यूच्यूअल फण्ड कंपनी को asset या प्रॉपर्टी खरीदने बेचने में कुछ खर्चा भी आता है इसके लिए वे ऑफिस मैनेज करती हैं कर्मचारी रखती हैं जिन्हें तनख्वाह देनी होती है इन सब को Liabilities कहा जाता है तो NAV का शुद्ध फॉर्मूला इस प्रकार होगा

NAV = Asset Value – Liabilities / Total no. of Units

इसलिए NAV = 100000/1000 = 100

मान लेते हैं कुछ समय बाद 1लाख वाली प्रोपर्टी का मूल्य बढ़कर 1लाख 40 हजार हो जाता है तो अब

NAV = 140000/1000 = 140 होगा

आप के पास 20 यूनिट थी तो अब आप का निवेश 20×140 = 2800 रुपये हो गया मतलब आप को 800 रुपिये का प्रॉफिट हो गया

Mutual fund में SIP क्या है – What is sip in mutual fund in hindi

यदि आप के पास एक साथ बहुत सारा पैसा निवेश करने के लिए नही है तो आप अपनी क्षमता और सुविधा अनुसार mutual fund में 500 रुपये से भी निवेश शुरू कर सकते हो बस यही SIP यानी Systematic investment plan होता है

निवेश का यह तरीका आजकल सबसे ज्यादा प्रचलित है क्योंकि अधिकतर लोगों के पास एक साथ निवेश करने के लिए बहुत सारा पैसा नही होता है

Mutual funds में Lump sum क्या है

जब हम म्यूच्यूअल फण्ड में एक साथ ही One time पैसा निवेश करते हैं तो इसे Lunp sum यानी एकमुश्त रकम कहा जाता है

Lump sum में पैसे की कोई सीमा नही होती है आप अपनी सुविधानुसार 1000 से कितने भी रुपिये lump sum निवेश कर सकते हैं

Share market और Mutual fund में संबंध – Relation between mutual fund and share market

Mutual fund को समझने से पहले थोड़ा share market  के बारे में जानना जरूरी है इसके लिए मैं आपको recommend करता हूं कि ये पोस्ट जरूर पढ़ें

शेयर मार्केट क्या है पूरी जानकारी

देखिए share market में हम तीन प्रकार से निवेश कर सकते हैं जिसमे mutual fund भी शामिल हैं

  1. हम खुद रिसर्च करे कि कोनसे शेयर अच्छे हैं और कोनसे बुरे और फिर खुद ही share खरीद ले इसमे फायदा ये होता है कि हमे किसी पर निर्भर नही रहना पड़ता और किसी को कोई फीस नही देनी पड़ती है जितना फायदा होता है सब अपना होता है लेकिन इसमें नुकसान ये होता है कि अच्छे शेयर ढूंढने में बहुत समय लगता है और सभी को उतनी जानकारी भी नही होती और जानकारी हासिल करने में पढ़ाई करनी पड़ती है और इसमें काफी समय लगता है
  2. किसी Research analytics या निवेश एक्सपर्ट की सलाह से निवेश कर सकते हैं इसमे फायदा ये होता है कि आप को समय नही देना होता और नुकसान ये होता है कि इसके लिए adviser आप से फीस लेता और साथ ही रेगुलर transactions यानी खरीदी बेची आप को करनी होती है adviser बस आप को बताता है कि ये खरीद लो वो बेच दो
  3. Mutual fund के माध्यम से शेयर मार्केट में निवेश कर सकते हैं Mutual fund में निवेश को Regularly ट्रैक नही करना होता और फीस भी बहुत कम होती है और साथ ही stcok picking नॉलेज की भी जरूरत नही होती है बस आप को एक अच्छा फंड सेलेक्ट करना होता है

Mutual fund में निवेश कैसे करें – How to invest in mutual fund

आजकल mutual fund में निवेश करना बहुत आसान हो गया है तकरीबन सभी AMC’s – Asset management company ने अपने मोबाइल एप लॉन्च कर रखे हैं

इसके लिए हमे बस मोबाइल एप डाउनलोड करके उसपे रजिस्टर करना होता है और फिर हमारा बैंक अकाउंट संबंधित amc से लिंक ही जाता है फिर हम आसानी से mutual fund खरीद और बेच सकते हैं

प्रमुख top mutula fund investment app इस प्रकार हैं

  • Paytm
  • Groww
  • Et money
  • Nippon

Mutual fund में निवेश के फायदे

यदि आप पहली बार निवेश कर रहे हो और बाजार का ज्यादा ज्ञान नही है तो mutual fund में निवेश का करना आप के लिए best है म्यूच्यूअल फण्ड से होने वाले कुछ प्रमुख फायदे इस प्रकार है

1. निवेश में विविधता – Portfolio diversification

Mutual fund में निवेश का सबसे बड़ा फायदा ये है कि इसमें हमारे निवेश की विविधता होती है जिससे जोखिम की संभावना बहुत कम रह जाती है

म्यूच्यूअल फण्ड में हमारे पैसे को किसी एक ही कंपनी या एक ही सेक्टर में लगाने के बजाय अलग अलग कंपनी और सेक्टर में लगाया जाता है जिससे यदि कोई एक कंपनी या सेकटर खराब परफॉर्म करती है तो उसकी भरपाई दूसरी जगह से हो जाती है

2. पेशेवर फण्ड विशेषज्ञों द्वारा संचालित

Mutual fund में हमारा पैसा professional fund managers द्वारा निवेश किया जाता है जिनका काम यानी व्यवसाय ही यह होता है कि आपके पैसे को ऐसी जगह निवेश किया जाए जिस से अधिकतम फायदा हो सके उन्हें इस व्यवसाय में वर्षो का अनुभव होता है

3. कम खर्च – Low cost

म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश का प्रमुख फायदा ये भी होता है कि इसका cost यानी खर्च बहुत कम होता है आमतौर पर investment services 2 से 3 % सालाना चार्ज आप से लेती हैं लेकिन इसमें आप को 1 से 2 % ही चार्ज लगता है और कुछ फण्ड में तो इससे भी कम लगता है

4. कम टैक्स – Low tax

यदि हम हम निवेश करें और उसमे फायदा भी हो जाता है लेकिन tax बहुत ज्यादा देना पड़े तो ये भी ये कोई फायदे वाली बात नही है

Mutual fund इस मामले में फायदेमंद हैं इसमे tax कम लगता है और long term में तो ये और भी कम हो जाता है

5. सुरक्षित निवेश

म्यूच्यूअल फण्ड को पूरी तरह से सुरक्षित निवेश है क्योंकि ये SEBI की निगरानी में काम करते हैं सेबी यानी Security Exchange Board of India एक सरकारी संस्थान है जो शेयर मार्केट म्यूच्यूअल फण्ड और सभी कंपनियों पर बारीकी से नजर रखती है

इसके साथ सभी स्टॉक के प्राइस , पास्ट फाइनेंशियल डेटा , कंपनी प्रबंधन और NAV प्राइस रोज अपडेट होती हैं जिन्हें छिपाया नही जा सकता

Mutual fund के प्रकार – Types of mutual fund in hindi

म्यूच्यूअल फण्ड मुख्य रूप से 3 प्रकार के होते हैं

1. Asset class के आधार पर

  • Equity mutual fund
  • Debt mutual fund
  • Hybrid mutual fund

2. Structure संरचना के आधार पर

  • Open ended mutual fund
  • Close ended mutual fund

3. मैनेज करने के आधार पर

  • Active manage fund
  • Passive manage fund

A). Asset class के आधार पर

  1. Equity mutual fund
  2. Debt mutual fund
  3. Hybrid mutual fund

1. Equity mutual fund

  1. Large cap mutual fund
  2. Mid cap mutual fund
  3. Small cap mutual fund
  4. Multi cap mutual
  5. Sector mutual fund

1. Large cap mutual fund (in hindi)

इसमे वे म्यूच्यूअल फण्ड आते हैं जो 1 लाख करोड़ से ज्यादा market cap वाली कंपनियों यानी large cap कंपनियों में निवेश करते हैं जैसे Reliance industries TCS HPCL

इनमे Risk की संभावना बहुत कम होती है लेकिन Return भी कम मिलता है क्योंकि ये कंपनियां बहुत बड़ी होती हैं जो पहले से ही growth कर चुकी होती हैं इनमे और growth के चांस कम होते हैं

2. Mid cap mutual fund in hindi

इसमे वे म्यूच्यूअल फण्ड आते हैं जो ऐसी कंपनियों में निवेश करते हैं जिनका market cap 1 लाख करोड़ से कम और 5 हजार करोड़ से ज्यादा होता है

इनमे return अच्छे होते हैं लेकिन थोड़ा Risk भी होता है इन कंपनियों में growth की संभावना ठीक ठाक होती है

3. Small cap mutual fund in hindi

इसमे वे म्यूच्यूअल फण्ड आते हैं जो ऐसी कंपनियों में निवेश करते हैं जिनका market cap 5 हजार करोड़ से कम होता है

इस प्रकार के म्यूच्यूअल fund में Risk ज्यादा होता है लेकिन Return भी ज्यादा मिलने के चांस होते हैं

4. Sector mutual fund in hindi

इसमे वे म्यूच्यूअल फण्ड आतें हैं जो किसी specific सेक्टर में निवेश करते हैं जैसे IT सेक्टर , Pharma सेक्टर

5. Multi cap mutual fund in hindi

इसमे वे म्यूच्यूअल फण्ड आते हैं जो सभी प्रकार के मार्केट कैपिटलाइजेशन वाली कंपनियों में निवेश करते हैं ये अलग अलग तरह के मार्केट कैप के शेयरों और सेक्टर में अपने पोर्टफोलियो को diversified रखते हैं

Debt mutual fund

इसमे वे म्यूच्यूअल फण्ड आते हैं जो Debenture , Bond और सरकारी योजनाओं में निवेश करते हैं ये म्यूच्यूअल फण्ड बहुत सुरक्षित माने जाते हैं

Hybrid mutual fund

इसमे वे म्यूच्यूअल फण्ड आते हैं जो एक से ज्यादा class में निवेश करते हैं आते हैं ऐसे म्यूच्यूअल फण्ड Equity और Debt दोनों में निवेश करते हैं

B). Structure यानी संरचना के आधार पर

  • Open ended mutual fund
  • Clase ended mutual fund

1. Open ended mutual fund

अधिकतर म्यूच्यूअल फण्ड open ended mutual fund ही होते हैं ऐसे म्यूच्यूअल फण्ड को हम कभी भी खरीद और बेच सकते हैं

ऐसे म्यूच्यूअल फण्ड कितनी भी units इशू कर सकते हैं

2. Close ended mutual fund

ऐसे म्यूच्यूअल फण्ड बहुत कम होते हैं इस प्रकार के म्यूच्यूअल फण्ड को हर समय खरीद और बेच नही सकते इन्हें एक fix यूनिट के साथ तभी खरीद सकते हैं जब ये अपना न्यू फण्ड ऑफर लाते हैं और इन्हें बेचने के भी लिए Maturity का इंतजार करना होता है

C). Manage करने के आधार पर

  1. Active mutual fund
  2. Passive mutual fund

Active mutual fund

इस प्रकार के fund में निवेश से जुड़े सभी निर्णय फण्ड मैनेजर लेता है वह active रूप से काम करता है

जैसे कोनसा स्टॉक खरीदना है निवेश कैसे करना है कब करना है ये सब निर्णय फण्ड मैनेजर खुद लेता है

Passive mutual fund

इस प्रकार के म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश किसी index , Sensex या Nifty के जरिए किया जाता है और इनके रिटर्न भी index पर निर्भर करते हैं इसमे फण्ड मैनेजर एक्टिव रूप से कम नही करता है इसके कुछ उदाहरण हैं

  • रियल एस्टेट फण्ड
  • गोल्ड फण्ड
  • ETF – Exchange traded fund

Mutual fund के नुकसान

कोई भी निवेश बिना कमियों के नही होता है और म्यूच्यूअल फंड्स के NAV में भी शेयरों की कीमतों की तरह उतार चढ़ाव होता है इसलिए mutual fund में भी इसकी कुछ खामियां होती हैं जो इस प्रकार हैं

1. Return की गारंटी नही है

हालांकि म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश Professional fund managers द्वारा संचालित किया जाता है इसलिए इसके रिटर्न बेहतर हो सकते हैं लेकिन शेयर बाजार का Risk इसमे भी निहित होता है इसलिए रिटर्न की गारंटी नही होती है

2. Charges खर्चे

म्यूच्यूअल फण्ड हमारे निवेश पर कुछ charge वसूल करता है जिन्हें आमतौर पर AMC यानी Asset management charges कहा जाता है

इसके अलावा entry load और exit load के रूप में में भी शुल्क लेता है जो 2% तक हो सकते हैं और long term मैच्यूरिटी में 1% शुल्क का भी बहुत फर्क पड़ता है

3. Personal control नही होता

हमारा पैसा विशेषज्ञों द्वारा नियंत्रित होता है हालांकि वे पूरे Research और Analysis के साथ ऐसा करते हैं फिर भी निवेशक का सीधे तौर पर अपने निवेश पर नियंत्रण नही रहता है

4. Return की गारंटी नही होती

किसी म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करने के लिये हम उसके Past performance यानी पिछले समय का रिटर्न देखते हैं इसी आधर पर म्यूच्यूअल फंड्स को रेटिंग भी मिलती है लेकिन वह आने वाले समय में भी वैसा ही यानी अच्छा रिटर्न देगा इसकी कोई गारंटी नही होती

Conclusion – Mutual fund in hindi

आशा करते हैं आप को Mutual fund kya hai और Mutual funds में निवेश कैसे करें Mutual fund in hindi अच्छे से समझ आ गया होगा तो इसे अभी अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया जैसे व्हाट्सएप फ़ेसबुक पर जरूर शेयर करें जिससे वे भी म्यूच्यूअल फंड्स के बारे में अच्छे से जान सकें

यदि अभी भी म्यूच्यूअल फंड्स से संबंधित आपके कुछ सवाल हैं या कुछ सलाह देना चाहते हैं और Mutual fund in hindi के बारे में Details से और भी कुछ जानते हैं तो comment में जरूर बताएं

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