बीसीसीआई ने 24 मई 2025 को ऐलान किया कि टीम इंडिया की 18 सदस्यीय टेस्ट टीम तैयार कर ली गई है. इस टीम के प्रमुख सदस्य निम्नलिखित हैं (भूमिका के अनुसार वर्गीकरण):
- कप्तान (C): शुभमन गिल (नया कप्तान)
- उप-कप्तान (VC) और विकेटकीपर: ऋषभ पंत (उप-कप्तान के साथ विकेटकीपर)
- मुख्य बल्लेबाज (बल्लेबाज): यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, अभिमन्यु ईश्वरन, करुण नायर, नितीश कुमार रेड्डी, सई सुधर्शन
- विकेटकीपर: (ऋषभ पंत के अलावा) ध्रुव जुरेल
- ऑलराउंडर: रविंद्र जडेजा, वाशिंगटन सुंदर, शार्दूल ठाकुर
- गेंदबाज (फास्ट और स्पिन): जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, प्रशिद्ध कृष्णा, अर्शदीप सिंह, आकाश दीप (फास्ट), कुलदीप यादव (लेग स्पिन)
इन चयनित खिलाड़ियों में सभी मुख्य बल्लेबाज, तेज़ गेंदबाज और स्पिनर शामिल हैं। शुभमन गिल को भारत का नया टेस्ट कप्तान बनाया गया है और ऋषभ पंत को उप-कप्तान नामित किया गया है, जिससे टीम का नेतृत्व अनुभवी हो गया है। ध्रुव जुरेल दूसरी विकेटकीपर हैं, लेकिन पंत मुख्य विकेटकीपिंग करेंगे।
नए चयन और प्रमुख छंटनियाँ
टीम में कुछ नए चेहरों को जगह मिली है और साथ ही कुछ पुराने सितारों की गैर-मौजूदगी भी देखी गई है। खास तौर पर नितीश कुमार रेड्डी और करुण नायर की वापसी प्रमुख है (करुण नायर ने इससे पहले 2016 में टेस्ट खेला था)। आकाश दीप को भी पहली बार टीम में शामिल किया गया है। इसके अलावा सई सुधर्शन को भी मौका मिला है।
वहीं, पिछले कुछ वर्षों के अनुभवी खिलाड़ी श्रेणी में कई बड़े नाम इस टीम में नहीं हैं: रोहित शर्मा, विराट कोहली और रविचंद्रन अश्विन सभी ने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। मोहम्मद शमी को फिटनेस संबंधी दिक्कतों के कारण टीम में नहीं रखा गया है। अन्य उल्लेखनीय अनुपस्थितियों में चेतेश्वर पुजारा और सरफ़राज़ खान हैं – चयनकर्ताओं ने करुण नायर पर भरोसा जताया है जबकि सरफ़राज़ सीरीज से बाहर हैं। श्रेयस अय्यर को भी चुनने से चूक हुई है, जिन्हें कई लोगों ने संभावित विकल्प माना था।
टीम की ताकत और कमजोरियां
नई टीम की ताकत के रूप में युवा बल्लेबाजों की ताज़गी और तेज गेंदबाजों की गहराई देखी जा सकती है। गिल, जायसवाल और राहुल के रूप में सलामी बल्लेबाज मजबूत हैं, और बीच में जडेजा-जैसा अनुभवी ऑलराउंडर है जो बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में योगदान दे सकता है। तेज गेंदबाजों में बुमराह और सिराज जैसी एक्सपेरियंस शामिल हैं। हालांकि, बुमराह की फिटनेस पर चिंताएँ हैं – चयनकर्ताओं ने माना है कि बुमराह शारीरिक भार को देखते हुए पूरे पांच मैच नहीं खेल पाएंगे, शायद तीन-चार ही मैच खेलेंगे। यह आगे एक चिंता का विषय है क्योंकि उनकी अनुपस्थिति में तेज गेंदबाज़ी का जिम्मा बढ़ जाएगा। कुलदीप यादव एकमात्र स्पिनर हैं, जबकि जडेजा और सुंदर भी अपनी स्पिन से मदद देंगे।
कमजोरियों में शीर्ष क्रम का अनुभव शामिल है – विराट कोहली जैसे अनुभवी नंबर-4 बल्लेबाज के ना होने से टीम को नया विकल्प खोजना होगा। चयनकर्ता खुद भी मानते हैं कि कोहली का स्थान कौन भरेगा, यह सीरीज में तय होगा। शार्दूल ठाकुर को ऑलराउंडर की हैट्रिक दी गई है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया की पारियों में उनके प्रदर्शन की निरंतरता पर संदेह है। इसके अलावा, चोट और थकान के चलते मुख्य गेंदबाजों की उपलब्धता भी चिंता का विषय है। कुल मिलाकर, टीम में प्रतिभा है लेकिन अनुभव की कमी और फिटनेस की चुनौतियां भी हैं।
मैच प्रारूप और कार्यक्रम
इस आगामी श्रृंखला में पांच टेस्ट मैच खेले जाएंगे। सीरीज की शुरुआत 20 जून से लीड्स (हेडिंग्ले) में होगी, उसके बाद दूसरा टेस्ट बर्मिंघम (एजबेस्टन) में होगा। तीसरा टेस्ट लॉर्ड्स, लंदन में 10 जुलाई से शुरू होगा। चौथा और पांचवा टेस्ट क्रमशः 23 जुलाई से ओल्ड ट्रैफर्ड, मैनचेस्टर और 31 जुलाई से केनिंग्टन ओवल, लंदन में खेले जाएंगे। यह पूरी श्रृंखला करीब एक महीने तक चलेगी।
संदर्भ: बीसीसीआई के आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार घोषित भारतीय टेस्ट टीम, चयनकर्ता की टिप्पणियों के अनुसार फिटनेस व उपलब्धता (बुमराह-शमी) तथा अनुभवी खिलाड़ियों के संन्यास के आधार पर इस टीम का विश्लेषण किया गया है।